- जिले में अधिकारियों की ओर से गोद लिए गए 94 गांवों को कुपोषण मुक्त करने का DM ने दिया निर्देश

- गांवों का निरीक्षण करने को भी कहा

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डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने-अपने गोद लिए गांवों का नियमित रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इन गांवों में चिह्नित बच्चों को छह माह के अंदर कुपोषण मुक्त कर लिया जाए। संबंधित अधिकारियों की ओर से गोद लिए गए गांवों का निरीक्षण नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। डीएम शुक्रवार को विकास भवन सभागार में राज्य पोषण मिशन कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे।

मौजूद रहे सभी अधिकारी

उन्होंने कहा कि जिले के ब्7 अधिकारियाें ने 9ब् गांवों को गोद लिए है। अधिकारी खुद गांवों का निरीक्षण करने के साथ चिह्नित कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराएं जिससे उनका समुचित उपचार हो सके। अधिकारियों के दौरे के दौरान आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम जरूर मौजूद रहे। सीएमओ को निर्देश दिया है कि गर्भवती महिलाओं को हरहाल में आयरन की गोली मिलनी चाहिए। इस मामले में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, सीएमओ, डीपीओ आदि अधिकारी मौजूद थे।