वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में डेंगू ने हाहाकार मचा रखा है। इसके मरीजों की संख्या कम होने के बजाय अब बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों की बात की जाए तो वर्तमान में सिटी में 111 डेंगू पेशेंट की पुष्टि हो चुकी है। ये तो विभागीय आंकड़े हैं। प्राइवेट हॉस्पिटल और घर में ही रहकर इलाज कराने वालों को भी शामिल कर लिया जाए तो यह संख्या 500 के करीब हो जाएगी। डेंगू के लगातार मामला बढऩे से अस्पतालों की सांस भी फूलने लगी है। हालत ये है कि बीएचयू सहित मंडलीय और जिला अस्पताल में बेड पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। डेंगू के लिए रिजर्व किए गए वार्डों में अब जगह नहीं है। इस बीच प्रशासन ने इससे निपटने के लिए अब स्वास्थ्य केंद्रों पर भी डेंगू के लक्षण वाले मरीजों को भर्ती करने का निर्देश दिया है। यही नहीं सिटी के अलावा दूरदराज के मरीजों को डेंगू की जांच के लिए दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए अब ब्लॉक लेवल पर ही जांच कराने का निर्देश दिया गया है.
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
बदलते मौसम में लोगों को डायरिया, वायरल फीवर, जोड़ों में दर्द जैसी तकलीफ हो रही है। मंडलीय अस्पताल प्रशासन की मानें तो इन दिनों सामान्य ओपीडी फुल चल रही है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले दिनों जहां अस्पताल में 1200 से 1500 पेशेंट आ रहे थे, वहीं इन दिनों यह संख्या दो हजार के पार हो गई है। इसमें आधे मरीज तो डेंगू जैसे लक्षण, पेट संबंधी बीमारी के आ रहे हैं। दोपहर दो बजे ओपीडी बंद होने के बाद इमरजेंसी में भी मरीजों की लाइन लग रही है। वहीं बीएचयू के एसएस हास्पिटल का इमरजेंसी वार्ड पूरी तरह से भरा हुआ है। सबसे ज्यादा बुखार, पेट दर्द, डेंगू से संबंधित मरीज भर्ती हो रहे हैं। सप्ताह भर में संख्या बढ़कर 400 के पार पहुंच गई है। सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में भूतल पर वार्ड से लेकर गलियारे तक मरीज स्ट्रेचर पर दिखाई दे रहे हैं.
अब तक 49,186 घरों में हुआ सर्वे
जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद्र पांडेय ने बताया कि विगत वर्ष के डेंगू के आंकड़ों के आधार पर चिन्हित शहरी क्षेत्र के 70 हॉटस्पॉट व ग्रामीण क्षेत्र के 62 हॉटस्पॉट में नगर निगम व पंचायती राज विभाग के सहयोग व समन्वय से निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है। ब्रीडिंग चेकर्स चेक्स की टीम द्वारा कुल 49186 घरों में सर्वे में 688 घरों में लार्वा पाए गए.
डेंगू से बचने के उपाय
-मच्छरदानी का उपयोग करें
-घर में या आसपास पानी जमा न होने दें
-कूलर का पानी रोज बदलें
-पूरे बाजू के कपड़े पहनें
-मच्छर से बचने वाले रिप्लेंट या कॉयल का प्रयोग करें
-पेड़-पौधों के पास जाएं या घर के बाहर निकलें तो शरीर को ढककर
-पानी की टंकी को ढककर रखें
-कीटनाशक और लार्वानाशक दवाइयों का छिड़काव करें
-अपने घर के आसपास साफ सफाई बनाए रखने में जागरूकता फैलाएं
डेंगू बुखार के लक्षण
-पेट दर्द
-सिर दर्द
-उल्टी
-नाक से खून बहना
-उल्टी, पेशाब या मल में खून
-हड्डियों और जोड़ों में दर्द
-तेज बुखार
-थकावट
-सांस लेने में दिक्कत
पिछले दिनों की तुलना में इधर काफी मरीज बढ़े है। ओपीडी में तो भीड़ है है साथ ही वार्ड में डेंगू के अलावा सबसे ज्यादा बुखार,पेट दर्द, डेंगू से संबंधित मरीज भर्ती हो रहे हैं.
डॉ। एसपी सिंह, एसआईसी, मंडलीय हॉस्पिटल
डेंगू के लक्षण वाले मरीजों को अब स्वास्थ्य केंद्रों पर भी भर्ती करने का निर्देश दिया गया है। सिटी के अलावा दूरदराज के मरीजों को डेंगू की जांच के लिए दिक्कत न हो इसके लिए अब ब्लॉक लेवल पर ही जांच और उपचार की व्यवस्था की गई है.
डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ