वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी में ई-बसों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि इसकी कमी साफ देखने को मिल रही हैसिटी में चलने वाली 50 -बसें यात्रियों के लिए काफी नहीं है तभी तो लोगों को ई-बस के फर्श में बैठकर या फिर खड़ा होकर अपनी यात्रा को पूरा करना पड़ रहा हैइससे सफर करने वाले यात्री दिक्कत झेल रहे हैंबता दें कि प्रधानमंत्री ई-बस योजना के तहत 100 -बसें जल्द ही वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट में शामिल होने वाली थी, पर अभी उनका भी कुछ पता नहीं है.

सिर्फ 50 बसों का संचालन

-बस से यात्रा के दौरान परेशानी झेल रहे यात्रियों की दिक्कत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है-बस ज्यादा कंफर्टेबल होने के कारण ज्यादातर लोग ई-बस से ही सफर करना चाहते हैंलेकिन, जिले में मात्र 50 बसों का ही संचालन हो रहा हैइसके चलते यात्री ई-बस के फर्श में बैठकर अपनी यात्रा को पूरा कर रहे हैंलोगों को ई बस में बैठने के लिए सीट नहीं मिल रही हैरविवार को भी ई-बसों का यही नजारा रहाकैंट से लंका की ओर जा रही ई-बस में सीटों से अधिक लोगों को भर लिया गया था.

डिमांड पर चलनी थी ई-बस

बता दें कि दावा किया गया था कि इलेक्ट्रिक बसें शहर ही नहीं, बल्कि वाराणसी के अंतिम छोर तक जाएंगीसाथ ही रिंग रोड के लिए अलग से 100 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगीलोगों की डिमांड को देखते हुए सरकार ने वाराणसी में इलेक्ट्रिक बसों का बड़ा नेटवर्क खड़ा करने की योजना बनाई थी, पर शहर के बाहर तो दूर अंदर भी ई-बसों का संचालन नहीं किया गयाइसकी शुरुआत वाराणसी कैंट से सिधौना तक दो इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से होनी थी.

एयरपोर्ट पर भी होना था संचालन

बाबतपुर एयरपोर्ट के अंदर तक ई-बसों का संचालन होना था पर इन बसों का अभी तक कुछ पता नहीं हैसिंतबर 2023 में वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बैठक आयोजित हुई थी जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए थेइसमें एयरपोर्ट पर बसों का संचालन फ्लाइट के समय के अनुसार निर्धारित करने का सुझाव दिया गया थासाथ ही इलेक्ट्रिक बसों में विकलांग को आधा किराया करने के संबंध में व इलेक्ट्रिक बसों में लगेज कोरियर सर्विस सेवा प्रदान करने के संबंध में भी खराब खड़ी वीसीटीएसएल की वाहनों को नीलाम किये जाने के संबंध में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी गई थी.