वाराणसी (ब्यूरो)। सावन के सातवें सोमवार को नागपंचमी का संयोग होने से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में कांवडिय़ों के साथ भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतार धाम की ओर बढऩे लगी। जैसे दिन चढ़ता गया कतार निरंतर विस्तार पाती रही। इससे गंगा तट से लेकर मंदिर क्षेत्र एकाकार दिखा और हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंजता रहा। रात में सावन के हर सोमवार अलग रूप शृंगार के विधान अनुसार गर्भगृह में काशीपुराधिपति की अद्र्धनारीश्वर स्वरूप की झांकी सजाई गई। मंदिर का पट बंद होने तक छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन-पूजन और अभिषेक किया.
जागते हुए बिताई पूरी रात
सातवें सोमवार और नागपंचमी की संयोग तिथि में बाबा के दर्शन के लिए रविवार रात से देशभर से आए श्रद्धालुओं ने बैरिकेङ्क्षडग में स्थान ले लिया था। बाबा के चरणों में ध्यान लगाए सोए-जागते पूरी रात बिताई। मंगला आरती के बाद चार बजे भोर में मंदिर के पट दर्शन के लिए खुले। इसके साथ ही भक्तों का दल हाथों में बेलपत्र, धतूरा के फूलों की माला और दूध-जल लिए आगे बढ़ चला।
भक्त विभोर हो उठे
बाबा को भर नजर निहारा और अभिषेक कर मनोकामनाओं का पिटारा उनके चरणों में रख दिया। दोपहर में मध्याह्न भोग आरती के समय तक चार लाख श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर चुके थे। इसके बाद भी कतार का एक सिरा दशाश्वमेध तो दूसरा चौक से आगे था। शाम छह बजे तक दर्शनार्थियों का आंकड़ा पांच लाख तक जा पहुंचा। रात में भोग शृंगार आरती के समय गर्भगृह में चल रजत प्रतिमा की अद्र्धनारीश्वर स्वरूप में झांकी सजाई गई और भक्त विभोर हो उठे.
दरबार में नवाया शीश
सातवें सोमवार को छह लाख से अधिक लोगों ने विशेश्वर के दरबार में शीश नवाया है। 4 जुलाई से शुरू हुए सावन माह में अब तक 1 करोड़ 35 लाख लोग श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं। योगी सरकार बाबा के भक्तों के लिए रेड कार्पेट बिछाकर शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा भी करा रही है। इसके साथ ही खुद सीएम योगी आदित्यनाथ देश और प्रदेश वासियों के कल्याण के लिए इस वर्ष श्रावण मास में बाबा के दरबार में तीन बार दर्शन करके आशीर्वाद ले चुके हैं.