-विश्वेश्वरगंज मंडी के घी कारोबारी से मांगी 15 लाख की रंगदारी
-50 हजार के इनामी बदमाश का नाम आने पर पुलिस के माथा ठनका
रंगदारी का भूत एक बार फिर बनारस के व्यापारियों को डराने लगा है। बीते बुधवार को विशेश्वरगंज मंडी के घी कारोबारी खालिद से पंद्रह लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। माफिया विश्वास नेपाली के नाम पर रंगदारी मांगने वालों ने रुपये नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है लेकिन कारोबारियों में भय व्याप्त है।
फिर आया विश्वास का नाम
पूर्वाचल के व्यापारियों के लिए दहशत का पर्याय विश्वास नेपाली अरसे से अपराध के परदे से गायब था। एक बार फिर उसका नाम आने से व्यापारी तो डरे हैं तो वहीं पुलिस के माथे पर भी बल आ गया है। चर्चा है कि 50 हजार के इनामी अपराधी विश्वास नेपाली के गुर्गे एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। पांच साल पहले तक विश्वास नेपाली के नाम पर विशेश्वरगंज में रंगदारी वसूली जाती थी। रंगदारी न देने पर हत्या के लिए विश्वास को जाना जाता है। पुलिस के दबाव में उसके गुर्गे अंडरग्राउंड हो गए थे।
लाइलाज है रंगदारी का रोग
रंगदारी का रोग लाइलाज हो चुका है।
व्यापारी से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर समेत हर वो बनारसी बदमाशों के निशाने पर है जिसके पास थोड़ा बहुत रुपये हैं। फोन कॉल करके बदमाश रंगदारी मांग रहे हैं। यहां तक की जेल से भी कारोबारियों को फोन और चिट्ठी भेज रंगदारी के लिए धमकी दी जा रही है। इससे सबसे अधिक भय दालमंडी, बेनिया, हड़हा सराय, सुडि़या के व्यापारियों में है। रंगदारी को लेकर बदमाशों के बीच गैंगवार भी होता है। पूर्वाचल की सबसे बड़ी मंडी दालमंडी में करोड़ों रुपये का वारा न्यारा रोजाना का है। इस लिहाज से बदमाशों की नजर शुरू से ही दालमंडी पर रही है। कुख्यात बदमाश हैदर, 50 हजार का सन्नी सिंह, 50 हजार इनामी रईस बनारसी व राकेश अग्रहरि रंगदारी के मामले में ही अपनी जान गंवा चुके हैं।
हाईटेक हुए बदमाश
पुलिस के साथ ही बदमाश भी हाईटेक हो गए हैं। पकड़ में न आए इसलिए बदमाश व्हाट्सएप्प कालिंग और गूगल का यूज कर रहे हैं। खास यह है कि इसे पुलिस ट्रेस नहीं कर पाती है। कुछ बदमाश तो नेपाल और सऊदी, बैंकाक के नंबर से रंगदारी वसूलने के लिए व्यापारियों को धमका रहे हैं। जब पुलिस पड़ताल करती है तो नंबर दूसरे देश का होने के चलते कुछ खास नहीं कर पाती है।
एसएसपी से जताई नाराजगी
शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से नाराज कारोबारियों ने एसएसपी आनंद कुलकर्णी से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। विशेश्वरगंज भैरौनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता व महामंत्री अलखनाथ गोस्वामी के नेतृत्व में पहुंचे व्यापारियों ने कहा कि घी कारोबारी खालिद से पंद्रह लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। अब तक बदमाश पकड़े नहीं जा सके है। इससे व्यापारियों में भय का माहौल व्याप्त है, वहीं गाजीपुर के किराना कारोबारी से हुई ढाई लाख की लूट में भी पुलिस के हाथ खाली है। प्रतिनिधिमंडल में खालिद, डिम्पू, अशोक सेठ, शरद केसरी, राजकिशोर, संतोष जायसवाल, राजेश गुप्ता, सुनील चौरसिया, दिनेश, मनोज कपूर, तनवीर अतर मौजूद रहे।
खुलकर मांग रहे रंगदारी
अर्दली बाजार क्षेत्र के एक पीडियाट्रिक्स डॉक्टर से 25 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। पुलिस में मामला पहुंचा तो कुछ दिन शांति स्थिति बनी रही। लेकिन बाद में एक बार फिर रंगदारी की आई काल ने चिकित्सक की नींद उड़ा दी। हाल यह हुआ कि चिकित्सक ने हॉस्पिटल ही बदल दिया।
-कुछ माह पूर्व दुर्गाकुंड एरिया में एक कोचिंग संचालक से बदमाशों ने 30 लाख की रंगदारी मांगी थी। संचालक की पहुंच ऊपर तक थी तो रंगदारी देना मुनासिब नहीं समझा। इसके बाद अपनी सुरक्षा भी बढ़ा दी थी। साथ में दो गनर और ऑफिस पर गनमैन भी तैनात करा लिया।