फालोअप

-इनामी रईस बनारसी समेत दो बदमाशों की मौत की गुत्थी में कई सवाल अब भी बाकी

- घटनास्थल से बरामद हुए तीन खोखे मगर नहीं मिला कोई असलहा

- घटनास्थल पर किसी तीसरी पार्टी की मौजूदगी की हो रही जांच

दशाश्वमेध के पातालेश्वर में फायरिंग के बाद इनामी रईस बनारसी समेत दो बदमाशों की मौत की गुत्थी में अभी कई सवालों के जवाब आने बाकी हैं। पुलिस फिलहाल क्रॉस फायरिंग में दोनों की मौत की बात तो कह रही है मगर गायब असलहे उसके लिए भी सवाल बने हुए हैं। माना जा रहा है कि मौके पर रईस और राकेश अग्रहरि के अलावा कोई तीसरी पार्टी भी मौजूद थी। पुलिस इस एंगल को भी खंगाल रही है।

कहां गए दोनों बदमाशों के असलहे?

पुलिस के मुताबिक, प्रभु साहनी की हत्या का बदला लेने के लिए रईस राकेश अग्रहरि के इलाके में घुसा। उसने घिरने या पकड़े जाने की स्थिति में कवर फायर के लिए दीपक वर्मा को भी साथ रखा था। फायरिंग में घायल होने के बाद दीपक वहां से रईस को लेकर भागा। मान लें कि उसने रईस का असलहा अपने पास रख लिया होगा मगर घटनास्थल से राकेश अग्रहरि का असलहा कहां गया, यह भी बड़ा सवाल है।

क्यों नहीं पड़ी पिकेट की नजर?

पातालेश्वर से नई सड़क तक पहुंचने के रूट पर गौर करें तो कम से कम तीन जगहों पर पुलिस की पिकेट लगती है। इनमें गोदौलिया और गिरजाघर चौराहे की पिकेट पर हर समय पुलिस के जवान मौजूद रहते हैं। इनके अलावा ट्रैफिक के जवान, ट्रैफिक ब्रिगेड के स्वयंसेवक और चौराहों पर भारी भीड़ भी मौजूद रहती है। बाइक पर बैठे खून से लथपथ रईस बनारसी पर किसी की नजर क्यों नहीं गई, यह भी एक बड़ा सवाल है।

गैंगवार या साजिश का शिकार

दो बदमाशों के क्रॉस फायरिंग में मारे जाने को पुलिस भले ही गैंगवार मान रही हो मगर घटनाक्रम किसी गहरी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। पुलिस अफसर भी मौके पर किसी तीसरी पार्टी की मौजूदगी से इनकार नहीं कर रहे। माना जा रहा है कि तीसरा गिरोह घात लगाए बैठा था। राकेश का सफाया होते ही उसने रईस पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले की वजह से दीपक भी संभल नहीं पाया और घायल रईस को लेकर उसे भागना पड़ा। हालांकि इसकी छानबीन अभी जारी है। इस फायरिंग में दीपक को भी कंधे में गोली लग गई।

मुमताज व संदिग्ध महिला की तलाश

पुलिस के मुताबिक, नई सड़क स्थित उपासना स्थल की सीढि़यों पर पहुंचते ही रईस ने मुमताज को पुकारा था। यह मुमताज कौन है, इसके बारे में अभी छानबीन जारी है। पुलिस के रडार पर दालमंडी के कुछ सफेदपोशों के अलावा फूलपुर निवासी एक संदिग्ध महिला भी है जिसने कई बार राकेश से अलग-अलग नंबरों पर बातचीत की है। महिला फिलहाल शहर में किसी रिश्तेदार के घर छुपी हुई है। पुलिस टीमें इन सभी सुरागों के जरिए घटनाक्रम की कडि़यां जोड़ने की कोशिश में लगी हैं।