वाराणसी (ब्यूरो)। अंतरजनपदीय असलहों की तस्करी करने जा रहे दो तस्करों को कोतवाली पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने मंगलवार की देर रात मोहम्मदाबाद पुल के पास से घेराबंदी कर दबोच लिया। टीम की छानबीन में उनके पास से फैक्ट्री मेड अवैध पिस्टल, तमंचा व कारतूस के साथ चोरी की बुलेट और उनके बैग से अवैध असलहों की खेप, मोबाइल व नगदी बरामद हुआ.
पुलिस अधीक्षक डा। अनिल कुमार ने कोतवाली में बुधवार को पुलिस टीम को 25 हजार इनाम की घोषणा की। दबोचे गए तस्कर वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के निवासी हैैं। इन्होंने दो वर्ष पूर्व चोरी की बुलेट पर एक प्रमुख पार्टी के झंडे का कलर व चुनाव चिन्ह नंबर प्लेट पर लगवा कर अवैध शस्त्र की तस्करी करते थे। असलहों को गाजीपुर व आसपास के जिलों में ऊंची दर पर बेचते थे। बरामद असलहो की खेप खंडवा से गाजीपुर में लाई जा रही थी। जनपद पुलिस को मुखबिर ने सूचना दिया कि अवैध असलहा की बिक्री करने वाले गैंग के दो बदमाशों की सूचना दी। बताया कि खंडवा मध्य प्रदेश से अवैध असलहा खरीदकर चकिया के मोहम्मदाबाद नहर पुलिया से गाजीपुर निवासी अपने साथी के यहां जाने वाले है। सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन अनिल कुमार य़ादव सहित टीम गठित की गई। रात में ही मोहम्मदाबाद(चकिया) नहर पुलिया से पुलिस टीम ने घेराबंदी कर बुलेट सवार दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। इसमें बुलेट चालक की पहचान राहुल यादव निवासी ग्राम कुदरा पथरा थाना गहमर जिला गाजीपुर के रूप में हुई.
;दोनों की तलाशी के दौरान कमर में रखा एक फैक्ट्री मेड पिस्टल .32 बोर, दो कारतूस .32 बोर (मैगजीन मे लोड), एक मोबाइल व छह सौ रुपए नगद बरामद हुआ। बुलेट के पीछे बैठे व्यक्ति की पहचान धनंजय यादव निवासी ग्राम बद्दोपुर थाना करीमद्दीनपुर जिला गाजीपुर के रूप में हुई। जिसके कमर में एक फैक्ट्री मेड पिस्टल .32 बोर, दो कारतूस .32 बोर (मैगजीन में लोड) तथा एक मोबाइल कीपैड व 440 नगद बरामद हुआ। धनंजय यादव के बैग की तलाशी में दो पिस्टल .32 बोर, एक कारतूस .32 बोर, एक तमंचा 315 बोर, एक अन्य तमंचा 12 बोर, एक कारतूस 12 बोर बरामद हुआ। दोनों गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से कुल चार फैक्ट्री मेड पिस्टल, चार कारतूस .32 बोर, दो तमंचा बरामद हुआ।
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गाजीपुर निवासी साहिल को देते हैं अवैध असलहा
पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह लोग अपने साथी साहिल ङ्क्षसह निवासी ग्राम मैनपुर (माहेपुर) थाना करंडा जिला गाजीपुर के साथ असलहों को खंडवा मध्य प्रदेश से खरीदकर ले आते है और साहिल ङ्क्षसह को देते है। एक साथ मिलकर अत्यधिक दाम पर बेंचते है, इसकी कमाई में तीनों का बरामबर हिस्सा होता हैं। साहिल ङ्क्षसह ही रेलवे स्टेशन खंडवा मध्य प्रदेश के पास असलहे उपलब्ध कराता है। बरामद बुलेट के संबंध में बताया कि दो वर्ष पूर्व तीनों ने मिलकर लंका (वाराणसी) से यह बुलेट चुराई थी, जिसका सही नंबर बीआर 44 के 1380 है। लोगों को धोखा देने के लिए फर्जी नंबर प्लेट लगाकर अवैध रूप से असलहे की तस्करी के प्रयोग में बुलेट को लाया जा रहा है। यह धंधा वह लोग काफी दिनों से कर रहे हैं। कार्रवाई टीम में प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार, उप निरीक्षक गिरीश चंद्र राय, स्वाट टीम प्रभारी हरिनारायण पटेल, कांस्टेबल अरुण गिरी, प्रदीप यादव, दीपचंद गिरी, राणा प्रताप ङ्क्षसह, बृजेंद्र कुमार, नीरज मिश्रा आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।