वाराणसी (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी को चकाचक रखने के लिए 13 हजार सफाईकर्मियों की जरूरत है, लेकिन वर्तमान सिर्फ 6 हजार ही कार्यरत हैैं। ऐसे में स्वच्छता की रफ्तार धीमी पड़ गई है। हालांकि स्वच्छता की अलख जगाने को सरकार से लेकर प्रशासनिक अमला एड़ी-चोटी तक का जोर लगा दिया है लेकिन मैनपावर की कमी के चलते यह संभव होता नहीं दिख रहा है। यही नहीं चुनाव के दौरान नगर निगम की सीमा का भी विस्तार कर वार्डों की संख्या 90 से बढ़ाकर 100 कर दिया गया.
नगर निगम के पास मैनपावर का टोटा
नगर निगम में पहले ही मैनपावर की कमी थी। सीमा का विस्तार होने के बाद और मैनपावर की शॉर्टेज हो गई। बनारस श्हर की सफाई-व्यवस्था सिर्फ छह हजार सफाईकर्मियों के कंधे पर है, जबकि शहर की पापुलेशन को देखते हुए जरूरत है करीब 13 हजार सफाईकर्मियों की। तभी काशी क्योटो की तरह नजर आएगी। ऐसा कहना है कि नगर निगम के अफसरों का.
मेन सड़कों पर ही सफाई
काशी में स्वच्छता अभियान को काफी धार दिया जा रहा है। हर गली, हर मोहल्ला चकाचक और सड़क लकदक दिखे इसके लिए 24 घंटे सफाईकर्मी झाडू लेकर तैनात रहते हैं। यह सिनेरियो सिर्फ मेन सड़कों पर ही नजर आता है। कालोनियों में जाने पर सफाई तो कम, गंदगी ज्यादा नजर आती है। इसके पीछे वजह सफाईकर्मियों की संख्या कम होना बताया जा रहा है.
आठ जोन में स्टाफ की जरूरत
नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद पांच से बढ़कर आठ जोन हो गए हैैं। इनमें आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध, कोतवाली, वरुणापार, ऋषि मांडवी, सारनाथ व रामनगर शामिल हैं। पांच जोन में स्टाफ हंै लेकिन तीन नए जोन में कम्प्यूटर ऑपरेटर, लिपिक से लेकर अफसरों की तैनाती होगी तभी कार्य सुचारू रूप से चल सकता है। इसके अलावा इन जोन में फर्नीचर, टेबल, कुर्सी की भी जरूरत पड़ेगी। पब्लिक आएगी तो कहां बैठेगी.
सफाईकर्मियों की तैनाती के लिए बात चल रही है। नगर निगम सीमा का भी विस्तार हो चुका है। इन वार्डों में भी सफाईकर्मियों को तैनात किया जाएगा.
शिपू गिरी, नगर आयुक्त
पहडिय़ा मंडी में लगा कूड़े का ढेर
बरसात के बीच पहडिय़ा मंडी में चारों ओर कूड़ा पसरा पड़ा है। कई जगह कूड़े का ढेर भी लगा है। इससे कारोबारियों के साथ ही ग्राहकों को भी काफी समस्या झेलनी पड़ रही है। वास्तव में इस समय आम सहित अन्य फलों के खराब होने पर वहीं कूड़े का ढेर बना दिया जा रहा है। इससे पूरे परिसर में दुर्गंध आ रही है। इस संबंध में पूछने पर मंडी के सचिव देवेंद्र वर्मा ने बताया कि कूड़े से होने वाली समस्या के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एनपी ङ्क्षसह से मुलाकात की है। मंडी में व्याप्त गंदगी और कूड़े के ढेर से होने वाली समस्या के बारे में उन्हें जानकारी दी गई है। उन्होंने जल्दी ही नगर निगम के माध्यम से कूड़े के ढेर को हटाने का आश्वासन दिया है.