-जिला व मंडलीय अस्पताल में लगेगी सीबी नॉट मशीन, टीबी मरीजों की मुफ्त होगी जांच
-अभी तक बीएचयू के सर सुन्दर लाल हॉस्पिटल में ही है यह सुविधा
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अब एमडीआर टीबी के मरीजों को जांच के लिए बीएचयू के सर सुन्दर लाल चिकित्सालय नहीं जाना होगा। स्वास्थ्य विभाग ने एसएसपीजी व डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में कार्टिज आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्पलिफिकेशन टेस्ट यानी (सीबी नॉट) मशीन लगा दी है। एसएसपीजी हॉस्पिटल के टीबी विभाग में लगी मशीन को गुरुवार को इंस्टॉल करा दिया गया। अधिकारियों की मानें तो यह फैसला एमडीआर टीबी के मरीजों का दर्द कम करने के लिए लिया गया है। अब मंडलीय अस्पताल के मरीजों को जांच के लिए बीएचयू नहीं भेजा जाएगा। इस मशीन के माध्यम से लोगों को स्क्रीनिंग स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध करायी जाएंगी।
सिर्फ बीएचयू में है सीबी नॉट
अभी तक जिले में यह सुविधा सिर्फ
बीएचयू के सर सुन्दर लाल हॉस्पिटल में ही थी। जिसके चलते मंडलीय व डिस्ट्रिक हॉस्पिटल के टीबी डिपार्टमेंट में आने वाले मरीजों को बीएचयू जाने के साथ जांच रिपोर्ट लेने के लिए 15 दिन से ज्यादा का इंतजार करना पड़ता है।
क्या है सीबी नॉट
सीबी नॉट तेजी से उपलब्ध कराने वाला एक आणविक परीक्षण है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और राइफैम्पिसिन ड्रग के प्रतिरोध पता लगाता है। यह परीक्षण पूरी तरह से स्वचालित है और दो घंटे के अंदर रिपोर्ट तैयार करता है।
ये होगा फायदा
-बीएचयू में एकमात्र सीबी नॉट मशीन की वजह से लगने वाली भीड़ होगी कम
-रोगों के उचित निदान और रोकथाम में काफी मदद मिलेगी
-15 दिन के बजाए एक दिन में मिल जाएगी रिपोर्ट
-मरीजों को नहीं देना होगा कोई शुल्क
- 4000 से अधिक हैं डिस्ट्रिक्ट में टीबी रोगी
- 162 से अधिक हैं एमडीआर पेशेंट
- 40 डीएमसी सेंटर है संचालित
- 500 हैं डॉट्स सेंटर
- 10 एनजीओ भी कर रहे हैं काम
-16 लाख रुपये कीमत है एक सीबी नॉट मशीन की
-5000 रुपये प्रति टेस्ट कीमत है प्राइवेट अस्पतालों में सीबी नॉट मशीन से किये गए जांच की
सीबी नॉट मशीन विशेष रूप से एमडीआर टीबी के निदान में सुधार करेगी। यह रोग के निदान का सबसे तेज तरीका है। विभाग में लगी मशीन को इंस्टॉल करा दिया गया है। टीबी दिवस से पहले इसका आधिकारिक उद्घाटन कराया जाएगा।
डॉ। केके ओझा, डीटीओ, जिला क्षय रोग विभाग, मंडलीय हॉस्पिटल