-वेंडिंग जोन बनाने के लिए तैयार हुआ डीपीआर
-व्यवस्थित होंगी सड़क पर लगने वाली दुकानें
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खाने-खिलाने में बनारस वालों का कोई मुकाबला नहीं। जिसको जैसा स्वाद पसंद उसके लिए वैसा व्यंजन मौजूद है लेकिन प्रॉब्लम यह है कि इसके लिए भटकना पड़ता है। कहीं चाट-गोलगप्पा बिकता है तो कहीं मिठाइयां। दूध से बने खाने-पीने के सामान पक्के महाल में बिक रहे हैं। अगर किसी को सभी का स्वाद एक साथ चखने का मूड हो तो एक स्थान से दूसरे तक जाते-जाते परेशान हो जाता है। अब ऐसा नहीं होगा, बहुप्रतिक्षित वेंडिंग जोन बनाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है।
स्थानीय को मिलेंगी दुकानें
बनारस की गलियों और सड़कों पर मौजद ठेले-खुमचे वालों को एक जगह इकट्ठा करने की योजना परवान चढ़ने वाली है। दुर्गाकुंड में वेडिंग जोन बनाने का डीपीआर तैयार हो गया है। इसे यातायात विभाग की सहमति मिलने के बाद दुकानों का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसे चिह्नित विक्रेताओं को आवंटित किया जाएगा। टाउन वेंडिंग कमेटी के सुझाव के मुताबिक वेंडिंग जोन में 25 वेंडरों को दुकानें आवंटित होंगी। इसमें 17 वेंडर स्थानीय होंगे तो अन्य दुकानें उनको दी जाएंगी जो सड़क दुकानें लगाते हैं। इसके बाद दुर्गाकुंड मंदिर के आगे नो वेंडिंग जोन घोषित किया जाएगा।
और भी कई हैं जगहें
दुर्गाकुंड पर बनने वाला वेंडिंग जोन बनकटी हनुमान मंदिर से मानस मंदिर के बीच बनाया जाएगा। इसके साथ ही इंग्लिशिया लाइन, नगर निगम, लहरतारा, पाण्डेयपुर समेत दस स्थानों पर वेंडिंग जोन बनाया जाएगा। वेंडिंग जोन पहले जेपी मेहता इंटर कॉलेज के पास बनारस क्लब की दीवार से सटे बनाया जाना था लेकिन वहां एनएचएआई की ओर से सड़क चौड़ा करने का काम शुरू होने से दुर्गाकुंड को वेंडिंग जोन के लिए चुना गया।
केन्द्र और राज्य देंगे रुपये
शहरी मिशन प्रबंधन के अधिशाषी अधिकारी सुशील सिंह के अनुसार शहरी क्षेत्र में ऐसे 165 स्थान चिह्नित किये गये हैं जहां वेंडिंग जोन बनाया जाना है। यहां 24 हजार से अधिक वेंडर्स को जगह दी जाएगी। एक वेंडिंग जोन तैयार करने में लगभग 15 लाख रुपये खर्च होंगे। खर्च में 75 परसेंट केन्द्र और 25 परसेंट स्टेट गवर्नमेंट खर्च करेगा।