वाराणसी (ब्यूरो)एक चंद्रयान-3 इसरो ने चंद्रमा पर उतारा तो दूसरा चंद्रयान दुकानदारों ने राखी मार्केट में उतारा हैइसकी डिमांड मार्केट में इस कदर बढ़ गई है जिसकी भी नजर चंद्रयान-3 राखी पड़ रही है तुरंत उसे खरीद ले रहा हैदालमंडी में दुकानों पर सजी चंद्रयान-3 राखी देखते ही देखते दो सौ रुपए में बिक गयाराखियों की वेरॉयटी में मोदी और योगी के नाम की राखियों की भी धूम है। 23 अगस्त को चंद्रमा में चंद्रयान 3 की लैंडिंग होने के बाद राखियों के मार्केट में चंद्रयान-3 की नई वेरॉयटी दुकानदारों ने उतार दी हैमार्केट में नए ब्रांड की राखी देखने के बाद खरीदने वालों की होड़ मची हैहर बहनें मोदी, योगी के साथ चंद्रयान 3 की राखी को काफी पसंद कर रही हैंरक्षाबंधन के दिन भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए कई बहनों ने आर्डर भी दिया है.

तीन दिन में तैयार किया गया चंद्रयान

दुकानदारों का कहना है कि 23 को चंद्रयान 3 की लैडिंग हुईइसके बाद हम लोग चंद्रयान-3 के नाम से राखी बनाने में जुट गए हैंदस महिलाओं को लगाकर चंद्रयान राखी बनाया गयाइसके बाद दुकानों पर सजा दिया गयादुकानदारों का कहना है कि चंद्रयान 3 की लैंडिंग के बाद देशवासियों में अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है.

200 रुपए में चंद्रयान

दुकानदारों ने जो चंद्रयान बनाया है उसकी लागत करीब दो सौ रुपए दर्जन हैहालांकि अभी मार्केट में कुछ ही दुकानों पर दिख रहा है लेकिन एक दो दिन के अंदर और भी दुकानों पर दिखने लगेगा.

छोटा भीम की भी मांग

रक्षाबंधन के बाजार में छोटा भीम, माइटी राजू, मोटे-पतलू के नाम से भी रााखियां दुकानों पर सजी हैबच्चे अपने मन-पसंद के अनुसार राखी खरीद रहे हैैंमोटे-पतलू राखी खरीदने के बाद चंद्रयान 3 को भी खरीद रहे हैं.

रक्षाबंधन के मार्केट में इस बार चंद्रयान-3 के नाम से राखी बनाई गई हैइसके अलावा मोदी और योगी के नाम से भी राखी तैयार की गई है.

आसिफ शेख, दुकानदार

हमने तो चंद्रयान वाली 5 राखियां खरीदी हैरक्षाबंधन के दिन भाई के कलाई पर यही राखी बाधेंगेताकि मेरा भाई चंद्रमा की तरह नजर आए.

नीतू, ग्राहक

भद्रा में न बांधें राखी

रक्षाबंधन का पर्व इस बार दो दिन पड़ रहा है। 30 अगस्त को रात 9 बजे के बाद 31 अगस्त की सुबह उदया तिथि में पूर्णिमा सुबह 8 बजे तक पड़ रहा हैइसलिए सभी सनातनी भाई बहन राखी बांध सकती हैं। 30 की सुबह से रात 9 बजे तक भद्रा हैइसलिए भद्रा में राखी को न बांधेंज्योतिषाचार्य हरिराम द्विवेदी का कहना है कि रक्षाबंधन पर हर साल भ्रदा पड़ता हैभद्रा में पर्व को नहीं मनाना चाहिए.