वाराणसी (ब्यूरो)। चंदौली क्षेत्र के गोरारी गांव में शनिवार की रात हुए मारपीट की घटना में सोमवार को गांव में दबिश के लिए गए पुलिसकर्मियों पर मनबढ़ों ने लाठी-डंडों से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद पहुंचे पुलिसकर्मी घायल पुलिसकर्मियों को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां उनका चल रहा है।

शनिवार की रात मुआवजे के पैसे के विवाद को लेकर दो भाइयों यशवंत चौहान व लक्ष्मण चौहान के बीच जमकर मारपीट हो गई थी। मारपीट की घटना में लक्ष्मण की पत्नी शीला व लक्ष्मण के बहन की बेटी संजू धारदार हथियार के प्रहार से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। स्वजन घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उनकी हालत ङ्क्षचताजनक बनी हुई है। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए थे। इसी मामले में सोमवार को गोरारी गांव में सब इंस्पेक्टर मुहम्मद असलम के साथ कांस्टेबल श्रवण कुमार, विशाल यादव व शैलेश यादव दबिश के लिए पहुंचे थे। पुलिसकर्मियों के साथ आरोपित बहस करने लगे और देखते ही देखते आरोपितों ने लाठी डंडों से पुलिसकर्मियों पर प्रहार कर दिया। मारपीट की घटना में दो पुलिसकर्मियों विशाल यादव व शैलेश यादव को गंभीर चोटें आईं। जानकारी होने पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी गांव में पहुंच गए और घायल पुलिसकर्मियों को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंच गए। घटना में कांस्टेबल विशाल यादव का पैर टूट गया वहीं तीन अन्य पुलिसकर्मी भी आंशिक रूप से घायल हो गए। घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। शांति व्यवस्था के लिए गांव में कई जगह पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्दी ही आरोपित गिरफ्त में होंगे।

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मुआवजे के रुपये को लेकर उपजा विवाद

गोरारी गांव निवासी स्वर्गीय रामअधार चौहान की पत्नी कांता देवी के दो बेटे यशवंत तथा लक्ष्मण गोरारी गांव में ही खेती बाड़ी का काम करते हैं। यशवंत व लक्ष्मण की तलाकशुदा बहन सुदामी देवी भी गांव में ही मकान बनाकर रहती है। कांता अपने छोटे बेटे लक्ष्मण व बेटी सुदामी के साथ रहती है। कांता, यशवंत व लक्ष्मण के खेतों से प्रस्तावित भारत माला एक्सप्रेस सड़क गुजर रही है, जिसके एवज में तीनों को छह लाख बीस हजार रूपए भुगतान किए गए हैं। कांता देवी मुआवजे के पैसे लक्ष्मण व सुदामी में न बांट दे इसलिए यशवंत व कांता देवी में बहस होने लगी। बात बढ़ते बढ़ते मारपीट में बदल गई।