-केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार ने बटन दबाकर किया ईआरपी का शुभारंभ
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पीएम नरेंद्र मोदी के डिजीटल इंडिया बनने में अभी समय है, मगर काशी के बुनकर जल्द ही डिजीटल हो जाएंगे। उन्हें अब न तो दफ्तरों के चक्कर काटने होंगे और न ही शहर के कोने-कोने में जाकर दफ्तरों की तलाश करनी होगी। क्योंकि अब सारे दफ्तर जहां एक परिसर में मौजूद होंगे, वहीं उनकी हर समस्या और प्रश्नों के जवाब कंप्यूटर की एक क्लिक पर नजर आएगा। रविवार को चौका घाट स्थित भारतीय हथकरघा प्रोद्योगिक संस्थान के परिसर में केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार ने राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम के ईआरपी सिस्टम का शुभारंभ और एकीकृत वस्त्र कार्यालय भवन का शिलान्यास किया।
64 करोड़ की लागत से पांच मंजिला होंगे ऑफिस
काशी के बुनकर को अपनी समस्या के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। इसके बावजूद उन्हें कोई फायदा नहीं मिलता था। बुनकरों की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार बनारस में एक परिसर में सभी कार्यालय को बनाने जा रहा है। 64 करोड़ के लागत से पांच मंजिला इमारत बनेगी, जिसमें सभी ऑफिस होंगे। फर्स्ट फ्लोर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हैंडलूम टेक्नोलॉजी और वीवर्स सर्विस सेंटर, सेकेंड और थर्ड फ्लोर पर क्लास रूम, लाइब्रेरी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हैंडलूम टेक्नोलॉजी की लैब, फोर्थ फ्लोर पर सेंट्रल सिल्क बोर्ड का ऑफिस, एनआईएफटी एक्सटेंशन सेंटर, एनआईटीआरए पॉवर लूम सर्विस सेंटर और फिफ्थ फ्लोर पर ऑडीटोरियम, सेमिनार हाल, बोर्ड रूम, कैफेटेरिया, स्पोर्ट्स क्लब और जिम होगा। साथ ही बुनकर अपनी समस्या का समाधान ऑनलाइन कर सकेंगे। वे ऑनलाइन ही खरीद-फरोख्त, समस्याएं और शिकायतों को भी कर सकेंगे। साथ ही कच्चा माल, उपलब्धता और माल का रनिंग स्टेट्स भी जान सकेंगे। उन्हें हर चीज का अपडेट एसएमएस से मिलेगा।
बिचौलियों को नहीं मिलेगा लाभ
केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि बुनकर के हर लाभ को सरकार उस तक पहुंचाएगी। बिचौलियों को कोई फायदा नहीं मिलेगा। बनारस के नौ ब्लॉक में कॉमन फैसिलिटी सेंटर का काम चल रहा है। दूसरे देशों के खरीदार हमारे यहां आ रहे हैं। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए यह काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी सभी सुविधाएं अंग्रेजी में हैं। मगर जनवरी तक हिंदी में होगा और इसके बाद लोकल भाषा में बुनकरों को इसका लाभ मिलेगा।
15 दिन में काशी में होगा निफ्ट
केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि बुनकर फैशन के अनुरूप नई डिजाइन और नई तकनीक से परिचित हों, इसके लिए वाराणसी में एक पखवारे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलाजी (निफ्ट) की एक मजबूत शाखा खोल दी जाएगी। वर्तमान में निफ्ट का सेंटर रायबरेली में है। उन्होंने कहा कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने से हैंडलूम को काफी लाभ होगा। टेक्सटाइल्स को टूरिज्म से जोड़ने की भी कवायद चल रही है।