वाराणसी (ब्यूरो)। लड़कियों के साथ आए दिन स्कूल के बाहर छेड़छाड़ की घटना होती है। कभी स्कूल से घर जा रही लड़की का पीछा तो कभी उनके साथ छेड़छाड़ की घटना की खबरें आती रहती हैैं। इन सब घटनाओं को देखते हुए शहर के तमाम सीबीएसई स्कूल ने लड़कियों को सेल्फ डिफेंस सिखाने की ठानी है। इसके लिए स्कूल में ट्रेनर भी बुलाए जाएंगे। साथ ही जो लड़कियां अकेले घर या कहीं और जा रही हैं तो वह कैसे अपनी रक्षा कर सकती हैं, वो भी सिखाया जाएगा.
सुरक्षा और जागरूकता जिम्मेदारी
नारी शक्ति को सशक्त बनाने के लिए अब स्कूल टाइम से ही उन्हें सेल्फ डिफेंस के गुण सिखाए जाएंगे। शहर के कई सीबीएसई स्कूल्स ने इसके तहत समर वेकेशन में कक्षा एक से 12वीं तक की छात्राओं को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग सिखाने की ठानी है। सीबीएसई कोऑर्डिनेटर गुरमीत कौर के मुताबिक बच्चों की सुरक्षा और इसके प्रति जागरूकता भी स्कूलों की जिम्मेदारी होगी। छात्राओं को इसके लिए बचपन से ही सेल्फ डिफेंस सिखाया जाएगा। इसके तहत कक्षा 1 और कक्षा 12 तक की छात्राओं को एक सप्ताह की स्पेशल सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग देनी होगी.
40 से 45 मिनट की ट्रेनिंग
फिजिकल एक्टिविटी या गेम्स पीरियड में भी छात्राओं को प्रतिदिन 40 से 45 मिनट की सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जाएगी। इस संबंध में स्कूलों ने ट्रेनिंग के लिए व्यवस्था भी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि जिन खेलों के लिए अलग से किसी इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं है, उन्हें भी इस सेल्फ डिफेंस का हिस्सा बनाया जा सकता है.
कराटे से लेकर कुंगफू तक शामिल
सेल्फ डिफेंस के तहत छात्राओं को न केवल किसी हमले से बचने की सीख दी जाएगी, बल्कि दुश्मन को मात देने के गुण भी सिखाए जाएंगे। हैप्पी मॉडल स्कूल की प्रिंसिपल विभा सहाय ने बताया कि छात्राओं को ये ट्रेनिंग समर वेकेशन के दौरान दी जाएगी। इसके लिए स्पेशल ट्रेनर भी बुलाए जाएंगे। इसमें क्लास एक की छात्रा को उसकी उम्र के हिसाब से सेल्फ डिफेंस के तरीके बताए जाएंगे और कक्षा 12 की छात्राओं को उनके हिसाब से। इसमें कराटे से लेकर कुंगफू तक शामिल है.
बच्चों की सुरक्षा और इसके प्रति जागरूकता भी स्कूलों की जिम्मेदारी होगी। छात्राओं को इसके लिए बचपन से ही सेल्फ डिफेंस सिखाया जाएगा.
गुरमीत कौर, कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई
छात्राओं को ये ट्रेनिंग समर वेकेशन के दौरान दी जाएगी। इसके लिए स्पेशल ट्रेनर भी बुलाए जाएंगे। स्टूडेंट को ट्रेनिंग उनकी उम्र के हिसाब से दी जाएगी.
विभा सहाय, प्रिंसिपल, हैप्पी मॉडल स्कूल