-शासन ने लिया फैसला, अब बिल में एडजस्ट नहीं होगी सब्सिडी की राशि
-बुनकरों को दी जाने वाली राशि गैस सिलेंडर की तर्ज पर सीधे खाते में पहुंचेगा।
VARANASI
बिजली सब्सिडी को लेकर बनारस के बुनकरों की मुसीबत बढ़ने वाली है। क्योंकि अब सब्सिडी राशि उनके बकाए बिजली बिल में नहीं घटेगा। इस राशि को गैस सिलेंडर की तर्ज पर डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक एकाउंट में भेजने का फैसला शासन ने लिया है। यह व्यवस्था अगले माह से शुरु हो जाएगी। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो बुनकर सब्सिडी में पारदर्शिता लाने के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही है। ऐसी कुछ शिकायतें मिली हैं जिसमें बताया गया है कि सब्सिडी का लाभ उन्हें नहीं मिला जिन्हें इसकी जरूरत है और जिन्हें जरूरत नहीं है वे विभाग को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर शिंकजा कसने और उनकी सब्सिडी बंद करने के लिए यह स्कीम बनाई गई है।
संयुक्त टीम करेगी बुनकरों की जांच
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बुनकर सब्सिडी की राशि जरूरतमंद बुनकरों तक पहुंच रही है या नहीं इसके लिए बिजली विभाग, हथकरघा विभाग एवं वस्त्र विभाग की संयुक्त टीम तैयार की गई है। टीम में शामिल अधिकारी बनारस के सभी बुनकरों का घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। यदि किसी बुनकर के पास अवैध कनेक्शन या कोई सब्सिडी की धनराशि का दुरुपयोग करता पाया गया तो उससे यह सुविधा फौरन छीन ली जाएगी।
इन्हें नहंी मिलेगा लाभ
नए नियम के तहत बिजली सब्सिडी लेने वाले पावरलूम बुनकरों के पास वर्तमान समय का बैंक एकाउंट, आधार कार्ड एवं बुनकर कार्ड होना जरूरी कर दिया गया है। अगर इसके में से एक भी आईडी बुनकरों के पास नहीं होगी तो उन्हे भी यह लाभ नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई वर्तमान में बगैर इन सभी प्रमाण और आईडी के सब्सिडी का लाभ ले रहा है तो उससे यह सुविधा ले ली जाएगी। विभाग की ओर से सत्यापन प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। 31 जून तक सत्यापन कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि शहर के बुनकर खुद भी विभाग पहुंचकर सत्यापन करा सकते है। क्योंकि अगले माह से सब्सिीडी की राशि खाते में जाने लगेंगी।
ऐसे मिलती है सब्सिडी
बुनकरों को मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उनके लोड के डिमांड से दी जाती है।
लोड के हिसाब से उसका रेट तय किया जाता है।
-किसी पावरलूम बुनकर को एक किलो वाट बिजली की जरुरत है तो उससे एक फिक्स चार्ज लिया जाता है। -इससे ज्यादा उपयोग की गई एनर्जी का चार्ज सरकार अदा करती है।
पावरलूम बुनकरों के सब्सिडी की राशि को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में भेजा जाएगा। इसके लिए तीन विभागों की टीम की मदद से बुनकरों का डोर टू डोर सत्यापन किया जा रहा है। 31 जून के बाद सब्सिडी लाभ सिर्फ सत्यापित लोग तक ही पहुंचेगा।
आरडी सिंह, एसई-पीवीवीएनएल
एक नजर
ये है लोड पर फिक्स चार्ज
लोड बढ़ने के साथ सिर्फ बढ़ता है फिक्स चार्ज
147 रुपए के करीब के फिक्स चार्ज में एक किलो वाट का कनेक्शन
1029 रुपए के करीब अदा करने पड़ते है 5 किलो वाट के कनेक्शन के लिए।
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8 खण्ड का पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम
21500 से ज्यादा बुनकरों को दी जा रही है सब्सिडी
14000 बुनकर है खण्ड-3, 5, 6 व 8 में
7500 बुनकर है खण्ड-1, 2, 4 व 7 में