वाराणसी (ब्यूरो)। क्राइम ब्रांच ने एटीएम कार्ड बदलकर उनकी क्लोनिंग और कार्ड फंसाकर खाता खाली करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आया गैंग का सरगना लक्सा थाने में तैनात सिपाही का भाई है तो दूसरा सप्लाई इंस्पेक्टर का बेटा है। दोनों ने एटीएम कार्ड बदलकर उनकी क्लोनिंग कर लाखों की ठगी की है। पूछताछ में सरगना ने चौकाने वाली जानकारी दी है। सिर्फ दो ही नहीं, बल्कि गैंग में सदस्यों की संख्या 20 से अधिक है, जो वाराणसी समेत आसपास के जनपदों में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज, कमांड सेंटर और सर्विलांस की मदद से यह सफलता मिली है। इसी आधार पर अन्य साथियों को पकडऩे के लिए तलाश शुरू कर दी गई है.
मिल रही थीं शिकायतें
मंडुवाडीह थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में एटीएम कार्ड बदलकर क्लोनिंग के जरिए खातों से नगदी निकालने की कई शिकायतें मिल रही थीं। डीसीपी वरुणा के निर्देश पर थाना प्रभारी विमल मिश्रा ने क्राइम टीम प्रभारी शुभेंदु दीक्षित, कमांड सेंटर सिगरा के अवनीश कुमार पांडे के साथ एक टीम गठित की। चौराहे की सीसीटीवी फुटेज में संदिग्धों की फोटो निकालकर उनकी तलाश की। अपाचे बाइक के साथ एक युवक को फुटेज में लाइव देखकर अगले चौराहे पर दबोच लिया.
रौब काम नहीं आया
पकड़े जाने पर आरोपी आदित्य कुमार ने खुद को सिपाही का भाई बताते हुए रौब दिखाया, लेकिन पुलिस टीम उसे मंडुवाडीह थाने ले आई और संदिग्ध व्यक्तियों से फोटो की मिलान की तो चेहरा संदिग्ध से मिल रहा था । पूछताछ में आदित्य ने साथी आफताब के चांदमारी स्थित आवास का पता बता दिया। पुलिस ने अकथा थाना सारनाथ निवासी आदित्य सिंह (28) और चांदमारी शिवपुर निवासी आफताब (36) को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर 6 एटीएम कार्ड तथा उनके पास से 15750 रुपये बरामद किया.
एक का भाई सिपाही
मंडुवाडीह पुलिस ने पिछले दिनों एटीएम फ्रॉड कर लोगों के पैसे उड़ाने वाले शातिर जालसाजों की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की थी। इसकी पहचान में कमांड सेंटर मददगार बना। पुलिस के अनुसार आदित्य सिंह संजय नगर कॉलोनी अकथा चौराहा थाना लालपुर का रहने वाला है। आदित्य का भाई शहर के एक थाने में कॉन्स्टेबल है। दूसरा आफताब खान वीडीए कॉलोनी चांदमारी शिवपुर का है और उसके पिता सप्लाई इंसपेक्टर हैं। दोनों को जेल भेज दिया गया है। बाकी दो फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गयी है। 20 सदस्यीय इस गिरोह में शामिल प्रतापगढ़ जनपद निवासी दो साथी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है.
गिरोह ने की कई वारदातें
गैंग में 20 सदस्य हैं। उन्होंने लाखों की ठगी की वारदातें की है। आदित्य ने बताया कि हम लोगों ने 15 जुलाई को बौलिया क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से एक महिला का कार्ड बदलकर 25 हजार उड़ाए थे जिसमें से लगभग 8 हजार रुपए खर्च हो गए। इसके अलावा प्रतापगढ़, जौनपुर, भेलूपुर, सिंधोरा ,गाजीपुर मऊ समेत आसपास के क्षेत्रों में जाकर जो भी बुजुर्ग टाइप के व्यक्ति एटीएम में नजर आते हैं या कोई अकेली महिला तो उसे हम अपना शिकार बनाया है। उन्हें बातों में उलझाकर कार्ड बदल दिया करते थे.
ऐसे करते थे ठगी
- आरोपी आदित्य बातचीत में बहुत स्मार्ट है। एटीएम से पैसे निकालने वालोंं को अपनी बातों में फंसाकर कार्ड बदल देता और पैसे निकाल लेता था.
- ग्राहक को भरोसे में लेकर कार्ड का पिन कोड देख लेता था। इसके लिए उसकी क्लोनिंग बनाकर पैसे निकाल लेता था।
- ग्राहक को एटीएम बूथ में लिखा हेल्पलाइन नंबर मिलाने को कहते। इस नंबर पर आदित्य अंग्रेजी में फर्राटेदार बात कर भरोसे में ले लेता था।
- अक्सर आरोपी पीडि़तों की मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदल लेते और फिर खाते से रकम निकाल लेते थे.
ये वारदातें हुई थीं
20 दिसंबर 22
विश्वकर्मा नगर निवासी संदीप शाह ने तहरीर दी थी कि भिखारीपुर एटीएम से दो अज्ञात युवकों ने धोखेबाजी कर दो बार में डेढ़ लाख रुपये निकाल लिया.
16 जनवरी 2023
मंडुवाडीह के बृजेंद्र ने तहरीर दी थी कि अनजान व्यक्ति ने उनका एटीएम कार्ड बदलकर 15 हजार रुपये निकाल लिया.
7 मई 2023
राजातालाब निवासी श्याम नारायण सिंह ने तहरीर दी थी कि अज्ञात युवक ने कार्ड बदलकर 11 हजार रुपये निकाल लिया.
12 जुलाई 2023
भुल्लनपुर निवासी राजेश ने तहरीर दी थी धोखेबाजी से एटीएम में कार्ड बदलकर 8 हजार रुपये निकाल लिये गए।
17 जुलाई 2023
फुलवरिया की रहने वाली सुशील देवी ने तहरीर दी थी कि अज्ञात व्यक्ति ने धोखे से एडीएम कार्ड बदलकर 25 हजार रुपये निकाल लिए.