वाराणसी (ब्यूरो)। जिला प्रशासन ने लगभग छह माह पूर्व प्रमुख राजनीतिक दलों से बूथ लेबल एजेंट (बीएलए) नियुक्त करने के लिए आग्रह किया था। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी को छोड़कर अन्य दल बूथ एजेंट नियुक्त नहीं कर पाए। इस कारण प्रयास का लाभ नहीं लिया जा सका।
जिला प्रशासन ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर कहा था कि वे बूथ एजेंट नियुक्त करें।
बूथ लेबल आफिसर
ये प्रशासन के बूथ लेबल आफिसर (बीएलओ) के साथ मोहल्ले, गांव और कस्बे में जाकर मतदाता सूची अपडेट कराएंगे। वे मतदाताओं के नाम काटने-जोडऩे का कार्य का काफी हद तक शुद्धता के साथ पूरा करा सकते हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एडीएम प्रशासन बिपिन कुमार का कहना है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बूथ एजेंट होंगे तो कोई भी किसी प्रकार का पक्षपात भी नहीं कर पाएगा। मतदाता सूची की गड़बड़ी काफी हद तक दूर की जा सकेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि राजनीतिक दलों के एजेंट लोगों को अच्छी तरह से जानते और पहचानते होंगे.
बूथों के लिए एजेंट नहीं
इस सब के बावजूद भाजपा व सपा को छोड़कर अन्य दलों ने पहल नहीं की। जबकि कुछ दलों ने कहा कि हमारे पास पूरे जनपद के 3043 बूथों के लिए एजेंट नहीं हैं। कुछ दल इसको इसे लेकर कोई दिलचस्पी ही नहीं दिखाए। वैसे सभी दल अगर बूथ एजेंट नियुक्त कर देते तो वे मतदान आदि कार्यों के लिए भी काम आते.