वाराणसी (ब्यूरो)। होली के बाद अब देव दीपावली की डेट पर उदया तिथि का पेंच फंस गया है। काशी के विद्वानों के मत आते ही एक बार फिर नई बहस शुरू हो गई है, लेकिन इसकी आड़ में बनारस के होटल संचालकों ने एक नया खेला कर किया है। अगर कोई पर्यटक देव दिपावली पर वाराणसी में होटल बुकिंग कराना चाहता है तो उसे वन नाइट स्टे के लिए दो दिन का किराया देना होगा। यही नहीं, देव दिपावली के दिन रूम का किराया भी सामान्य दिनों की अपेक्षा चार गुना बढ़ा दिया है। शहर के फाइव व थ्री स्टार होटलों में रूम ही उपलब्ध नहीं है। काशी के अद्र्धचंद्राकार घाटों की अद्भुत छटा निहारने के लिए अपार भीड़ बनारस पहुंचती है। मात्र दो घंटे की मनोहारी झलक के लिए लोग पानी की तरह पैसा बहाते हैं।
होटल केरूम का किराया चार गुना बढ़ा
काशी की देवदीपावली को देखने के लिए देश और विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। इसबार कार्तिक पूर्णिमा दो दिन पड़ रही है 26 और 27 नवंबर को ऐसे में बाहर से आने वाले पर्यटक दो दिन की होटलों और गेस्ट हाउस की बुकिंग करा रहे हैं। दो दिन की बुकिंग अभी से ही पर्यटक करने लगे हैं। भीड़ को देखते हुए होटल संचालकों ने कमरे का रेट चार गुना बढ़ा दिया है। हालांकि शहर के बड़े होटलों में अधिकांश रूम बुक हो चुके हैं। छोटे और नये होटलों में अभी कमरे का स्टेटस खाली दिखा रहे हैं।
60 फीसद बजड़े भी बुक
देव दीपावली पर देवताओं की अगवानी में दीयों की रोशनी से जगमग गंगा घाटों को निहारने के लिए नावों और बजड़ों की बुकिंग शुरू हो गई है। करीब दो महीने पहले ही 60 फीसदी बजड़ों की बुकिंग हो गई है। अभी तक अधिकतम पांच लाख में छोटा बजड़ा बुक होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि बड़े बजड़े करीब दस लाख में बुक होते हैं। देव दीपावली को देखते हुए बजड़ों और नावों के भाव कई गुना तक बढ़ गए हैं। बजड़े की बुकिंग के लिए पांच से छह लाख रुपये तक मांगे जा रहे हैं। वहीं नावों की बुकिंग भी हजारों में हो रही है.
देव दीपावली के लिए क्रूज की बुकिंग फूल
बजड़ों और नावों के अलावा क्रूज भी सैलानियों की पसंद बने हैं। यही वजह है कि दो महीने पहले ही क्रूज की बुकिंग भी हो गई है। गंगा विलास और एमवी राजमहल के प्रबंधक राज सिंह ने बताया कि देव दीपावली के लिए क्रूज की बुकिंग फूल हो चुकी है। अक्तूबर में कोलकाता से चलकर गंगा विलास वाराणसी पहुंच जाएगा। इस बार देव दीपावली पर गंगा विलास और एमवी राजमहल वाराणसी में ही रहेगा। अलकनंदा क्रूज लाइन के प्रबंधक विकास मालवीय के मुताबिक 26-27 नवंबर की बुकिंग लगभग पूरी हो गई है.
जल्द ही तय होगी तिथि
केंद्रीय देव दीपावली महासमिति की बैठक में तिथियों पर विचार किया गया। कार्तिक पूर्णिमा पर मनाया जाने वाला देव दीपावली महोत्सव 26 नवंबर या 27 नवंबर को मनाने के मामले में जल्द ही निर्णय जारी किया जाएगा। देव दीपावली समिति के आयोजन समितियों से जुड़ी संस्थाओं ने काशी के विद्वानों पर इसका फैसला छोड़ दिया है। दो से तीन दिन के अंदर इस मामले में बैठक करके तिथि घोषित की जाएगी। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक पं। किशोरी रमण दुबे 'बाबूमहाराजÓ ने कहा कि इस बार देव दीपावली को लेकर अलग-अलग पंचांगों में अलग-अलग दिनों का जिक्र है। कोई 26 तो कोई 27 नवंबर को बता रहा है। इससे भ्रम की स्थिति हो गई है। 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा उदया तिथि में है इसलिए उसी दिन देव दीपावली मनाना शास्त्र सम्मत होगा।