वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम वाराणसी जीआईएस सर्वे के बाद रईस हो गया है। पिछले 10 माह में हाउस टैक्स में रिकार्ड 53 करोड़ की राजस्व वसूली हुई है। पर, कई ऐसे बड़े गवर्नमेंट बकायादार हैं, जो टैक्स (गृहकर, जलकर और सीवर) जमा करने से परहेज कर रहे हैं। इनमें से कइयों के मामले तो अब कोर्ट तक पहुंच चुके हैं। नगर निगम रियायत के साथ बिल जमा करने की अपील कर रहा है। इसके लिए बाकायदा कैंप लगाए जा रहे हैं। साथ ही नगर निगम ने 20 हजार बकायादारों में से 650 लोगों को कुर्की की नोटिस जारी की है। इनमें होटल, डिपार्टमेंट और कॉमर्शियल भवन शामिल हैं।
110 करोड़ रुपए बकाया
नगर निगम के अफसरों की मानें तो सरकारी और गैर सरकारी संपत्तियों पर कुल 110 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसमें रेसीडेंशियल प्रापर्टी पर 30 करोड़ और कॉमर्शियल एक्टिविटी से जुड़ी प्रॉपर्टी पर 65 करोड़ रुपए बकाया है। निगम अफसरों का बकाया है यदि यह बकाया राशि मिल जाए तो प्रत्येक वार्ड में तकरीबन 1 करोड़ रुपए के विकास कार्य हो सकते हैं।
जीआईएस सर्वे में 2.18 लाख भवन
नगर निगम ने सिटी के बकायादारों से गृहकर वसूली करने के लिए सिटी का जीआईएस सर्वे कराया। इनमें 20 हजार ऐसे भवन सामने आए, जो गृहकर देने से बच रहे हैं। इन पर दस साल से गृहकर बकाया है। ऐसे भवनों को चिह्नित कर निगम ने नोटिस जारी करना शुरू किया है।
650 को कुर्की की नोटिस
नगर निगम ने 650 को कुर्की नोटिस भेजा है। इनमें होटल, कॉमर्शियल, बार, बड़े-बड़े प्रतिष्ठान शामिल हैं। निगम ने इन सभी से जल्द से जल्द टैक्स को जमा करने को कहा है।
नगर निगम के बकायादार
बीएचयू - 52,87,01,601
रेलवे ईस्टर्न वाराणसी- 1,86,61,534
रेलवे मंडुआडीह ईस्टर्न-1,35,41,644
रेलवे सिटी स्टेशन- 1,24,65,544
बीएसएनएल जिला मैनेजर-85,79,927
प्रा। स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर-42,40,133
मंडलीय अस्पताल-40,92,022
यूपीएसआरटीसी-35,82,932
जिला अस्पताल- 28,85,321
वीडीए सेक्रेट्री- 25,13,593
(नोट: बकाये के आंकड़े नगर निगम के अनुसार हैं.)
वसूली जारी
नगर निगम के कॉमर्शियल टैक्स अफसर असीम रंजन ने बताया, बकायादारों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। अगर सभी बकाया मिल जाए तो नगर निगम का खजाना भर जाए। नए वार्ड बने हैं। वहां पर विकास कार्य शुरू होता है, लेकिन सरकारी डिपार्टमेंट ही निगम का साथ नहीं दे रहे हैं। लगातार नोटिस जारी की जा रही है। नोटिस का जवाब न देने वालों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जा रही है.
बड़े बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कुर्की की भी नोटिसें जारी की गई र्हंै। कुछ बड़े बकायादारों के मामले कोर्ट में हैं। अभियान के तहत अब तक 53 करोड़ की वसूली हुई है।
अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त
फैक्ट एंड फीगर
2.21 लाख मकान सर्वे के पूर्व थे
2.80 लाख मकान जीआईएस सर्वे के बाद हो गए
20 हजार बकायादारों को नोटिस जारी
एक नजर में बकाया
कुल बकाया 110 करोड़ रुपए
30 करोड़ रेसीडेंशियल पर बकाया
65 करोड़ कॉमर्शियल पर बकाया