वाराणसी (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मानव केंद्रित सोच से देश में परिवर्तन हो रहा है। प्रधानमंत्री की राष्ट्रवादी विचारधारा ने देश को सशक्त बनाया है। पहले और वर्तमान सरकार की नीतियों में जमीन व आसमान का अंतर है। इसका ही परिणाम है कि पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ रहा है। वसुधैव कुटुंबकम की नीति से पीएम मोदी की ओर पूरे विश्व की उम्मीद भरी नजरें लगी हुई हैं.
9 वर्ष में काफी विकास
विदेश मंत्री डॉ एस। जयशंकर ने रविवार को मलदहिया स्थित गांधी अध्ययन पीठ में भारतीय विदेश नीति उद्देश्य व विशेषताएं विषयक गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि विदेश मंत्री रहते हुए दूसरी बार काशी में आने का सौभाग्य मिला। बीते 9 वर्ष में यहां जितना विकास हुआ है वह पहले कभी नहीं हुआ था। इस परिवर्तन के बारे में कभी किसी ने नही सोचा था। इसे लेकर मेरी जो भावना है उसे बता नहीं सकता। मेरी विदेश नीति व काशी में बड़ा कनेक्शन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब यहां के सांसद बने तो पहली बार हुआ कि जब जापान के तत्कालीन पीएम का बनारस में आगमन हुआ। उन्होंने दो मित्र देशों की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए काशी को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के रूप में एक आधुनिक भवन दिया.
9 उदाहरण किए प्रस्तुत
उन्होंने कहा कि बीते 9 वर्षों में देश के अंदर जो परिवर्तन आया है उसके लिए 9 उदाहरण प्रस्तुत कर हूं। शुरुआत जी 20 सम्मेलन के आयोजन से कर रहा हूं। यह 18 वां सम्मेलन है जिसकी अध्यक्षता पहली बार भारत कर रहा है। इससे पहले 17 देशों में यह सम्मेलन हो चुका था लेकिन अबकी बार का यह सम्मेलन अद्भुत है। देश के 60 शहरों में आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान 20 देशों के सदस्य विकास की संभावना तलाश रहे हैं तो विभिन्न शहरों की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों से परिचित हो रहे हैं। जब ये सदस्य स्वदेश लौटेंगे तो सभी के मन में भारत के लिए उनके मन में एक चित्र होगा। अपने देश में वे भारत के राजदूत की तरह होंगे। अपनों के बीच उन शहरों का बखान करेंगे जिससे वे सभी परिचित हुए.
वसुधैव कुटुंबकम की भावना
वसुधैव कुटुंबकम की भावना से पीएम मोदी की सरकार काम कर रही है। पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर कड़ाके की ठंड में पड़ोसी चीन का सामना करना हो, हर बार हमने अदम्य साहस का परिचय दिया है। कहा कि मुंबई में 26/11 की वारदात हुई लेकिन भारत की ओर से कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया। आज भारत सरकार की विदेश नीति की तुलना करें तो जमीन व आसमान का अंतर स्पष्ट रूप से दिखता है.
जनसेवाएं हाइटेक हुई
देश में विकास कार्य भी परिवर्तन को आधार दिया है। जनसेवाएं हाइटेक हुई हैं। इससे आमजन को सुविधा हो रही है। पहले देश में 77 केंद्रों पर पासपोर्ट बनता था जिसे बनवाने में एक वर्ष भी लग जाते थे। अब पीपीपी मॉडल 540 उपकेंद्र खुल गए है। तीन से चार दिनों में पासपोर्ट बन रहा है.
यूथ के लिए नए अवसर खुले
भाजपा विदेश संपर्क विभाग के राष्ट्रीय संयोजक विजय चौथाईवाला ने कहा कि आज का भारत इतना मजबूत हो चला है कि विदेश में रहने वाले भारतीयों पर सरकार की छत्रछाया बनी रहती है। यहां के युवाओं के लिए दुनियाभर में नए अवसर खुले हैं। विदेश में रहने वाले भारतीय भी देश के विकास में सहभागी बन रहे हैं। सशक्त भारत के प्रति विश्व में विश्वसनीयता बढ़ी है। ढांचागत विकास ने गति पकड़ी है। इसका सटीक उदाहरण काशी है जहां आज जी-20 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है.
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन सुभाष यदुवंश, डॉ। मनोज शाह, (प्रदेश-सह संयोजक, विदेश संपर्क विभाग, भाजपा), अमित अग्रवाल (सहयोगी, विदेश विभाग, भाजपा), रासबिहारी लाल (सहयोगी, विदेश विभाग, भाजपा) व मधुकर चित्रांश, उपाध्यक्ष (वाराणसी महानगर, भाजपा) मौजूद थे.