वाराणसी (ब्यूरो)। अगर आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्टूडेंट्स और आईएएस, पीसीएस बनने का सपना पाल रखे हैैं, लेकिन सही दिशा नहीं मिलने से आपका ख्वाब पूरा नहीं हो पा रहा है तो अब आप टेंशन फ्री हो जाइए। आपका यह सपना जल्द साकार होने वाला है। बीएचयू के वैज्ञानिकों और स्टूडेंट्स की मदद से यहां पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की तैयारी कराई जाएगी। इसमें वे स्टूडेंट्स शामिल हो सकते हैं जो महंगे कोचिंग को अफोर्ड नहीं कर सकते या जिसे इस लेवल कीपढ़ाई का माहौल नहीं मिल पाता। इसके लिए बीएचयू में ही बकायदा क्लासेस कराए जाएंगे। जिसमें बच्चों से महीने में फीस के तौर पर मात्र 100 रुपए लिए जाएंगे। खास बात ये है कि यह फीस भी उनके स्टेशनरी पर ही खर्च किया जाएगा.
छात्रों ने बनाया गु्रप
यह शुरुआत बीएचयू नहीं, बल्कि यहां के आट्र्स फैकल्टी के कुछ छात्रों ने मिलकर की है। इसके लिए उन्होंने दी 1च् क्लब नाम के एक ग्रुप तैयार की है। जिसमें अब तक 150 से ज्यादा स्टूडेंट्स जुड़ चुके है। इसके लिए जल्द ही यहां क्लासेस शुरु किए जाएंगे, जिसमें बीएचयू के वैज्ञानिक, प्रोफेसर्स और दिल्ली से आने वाले एक्सपर्ट छात्रों को यूपीएससी क्वालीफाई करने के मंत्र सुझाएंगे.
कैंपस में ही क्लासरूम की व्यवस्था
इसे शुरू करने वाले छात्र उज्जवल कुमार सिंह ने बताया कि बीएचयू मेें यूपीएससी एग्जाम में केवल 1 परसेंट अभ्यर्थियों का चयन होता है, इसलिए इस क्लब का नाम यही रखा गया है। बीएचयू के स्टूडेंट्स इसलिए भी यूपीएससी की ओर आगे नहीं बढ़ पाते कि उन्हें यहां वैसा माहौल नहीं मिल पाता। बाहर में महंगे कोचिंग होने से भी वे आगे नहीं बढ़ पाते। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए ऐसे छात्रों को यूपीएससी क्वालीफाई करने के लिए बीएचयू कैंपस में ही क्लासरूम की व्यवस्था कर कोचिंग चलाने का एक प्रयास किया जा रहा है।
एक बैच में कुल 150 बच्चे होंगे
ग्रुप के दूसरे छात्र समीर प्रताप ने बताया कि एक बैच में 150 बच्चों को शामिल किया जाएगा। इसमें 80 बच्चे स्कॉलर होंगे, जबकि 70 स्टूडेंट्स को टेस्ट के आधार पर लिया जाएगा। यहां पर छात्रों को प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू की तैयारी कराई जाएगी। इसके साथ ही, छात्रों के रूम रेंट से लेकर, नोट्स, स्टडी मटेरियल और पढ़ाई के लिए फंड की भी व्यवस्था कराते है। जिनके पास फॉर्म भरने का पैसा न हो तो वो भी दिया जाता है.
क्लास शुरू होने से पहले जुटने लगे छात्र
इस क्लास को शुरु करने से पहले पिछले दिनों ग्रुप की ओर से छात्रों की पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए यूथ पार्लियामेंट, ग्रुप डिस्कसन, निबंध और लेखन प्रतियोगिता आयोजित किया गया था। जिसमें बीएचयू के अलग-अलग फैकल्टी के 750 से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस कांफ्रेंस में स्टूडेंट्स का विशेष मेहमानों से इंटरैक्शन कराया गया था। ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स इस मुहिम में जुटे इसके लिए छात्रों की टीम प्रयास कर रही है.
टीम मेंबर्स में प्रोफेसर्स भी शामिल
टीम मेंबर्स में मुख्य रूप से प्राचीन इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के डॉ। सचिन कुमार तिवारी और जीन वैज्ञानिक प्रो। ज्ञानेश्वर चौबे इसके को-आर्डिनेटर हैं। इनके अलावा, ग्रुप के अध्यक्ष प्रतीक कुमार आर्य, महासचिव समीर प्रताप सिंह, आयोजन समिति की प्रमुख नैंसी कुशवाहा, मुख्य सलाहकार तन्मय गर्ग और अभिनव पांडेय हैं.
यहां मिलेगी ग्रुप से जुडऩे का लिंक
इस ग्रुप से जुडऩे के लिए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। इस ग्रुप में अभी तक वाराणसी और इसके आसपास के जिलों समेत लखनऊ, प्रयागराज के भी छात्रों को शामिल किया गया है। इस ग्रुप में शामिल कई सदस्य भी खुद यूपीएससी की तैयारी में जुटे हैं। वे भी नए अभ्यर्थियों से इंटरैक्शन और सेल्फ स्टडी में मदद करते हैं। इसके साथ ही यूपीएससी की तैयारी में जरूरी स्टडी मटेरियल और सूचनाएं अरेंज और कलेक्ट करी समय-समय पर भेजते रहते हैं।
इस गु्रप के माध्यम से ऐसा इनवायरनमेंट क्रिएट करना है, जिससे यहां के स्टूडेंट्स यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आगे आ सकें। क्लास खत्म होने के बाद बच्चों के पास समय है, लेकिन माहौल न होने से वे इस ओर आगे नहीं बढ़ते। इस क्लास के शरू होने से यहां के बच्चे भी यूपीएससी में नाम रौशन कर पाएंगे.
डॉ। सचिन कुमार तिवारी, को-आर्डिनेटर