वाराणसी (ब्यूरो)। चंदौली के अलीनगर में सीरगोवर्धनपुर निवासी अनिल यादव (33) का शव बरामद होने से पहले 27 मई को एक और युवक की लाश मिली थी। इसकी गुत्थी सुलझाने में पुलिस को एक महीने लग गया। युवक की हत्या क्यों हुई थी, किसने की थी, कहां हुई थी, कैसे हुई थी और वजह क्या थी। यह सब जानकर आप भी चौंक जाएंगे। युवक की पहचान फर्रुखाबाद के देवांश यादव (22) के रूप में हुई है। बचपन की गर्लफ्रेंड और बीएचयू की छात्रा अनुष्का तिवारी (21) निवासी फर्रुखाबाद ने ही प्रेमी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। बचपन की गर्लफ्रेंड को देवांश बहुत चाहता था, लेकिन अनुष्का उसे पसंद नहीं करती थी। बार-बार मना करने के बाद भी वह उसे परेशान करता था और प्यार करने और मिलने के लिए लगातार दबाव बना रहा था। इससे आजिज आकर अनुष्का तिवारी ने बनारस बुलाकर उसकी हत्या कर दी।
क्लास 6 में हुई थी दोनों में दोस्ती
काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम और एडीसीपी चंद्रकांत मीणा ने हत्याकांड का राजफाश करते हुए बताया कि अनुष्का तिवारी के साथ पकड़े गए आरोपितों ने पूरी घटना का खुलासा किया। फर्रुखाबाद के देवांश यादव के व्यवहार से अनुष्का काफी परेशान हो गई थी। बार-बार मना करने के बाद भी देवांश उसे फोन करता था। फोन रिसीव नहीं करने पर मैसेज भेजता था। इससे अनुष्का की पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही थी। देवांश और अनुष्का दोनों फर्रुखाबाद के ही रहने वाले हैं। दोनों ने क्लास 6 से 9वीं तक एक साथ कानपुर के सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है।
कार के पीछे स्कूटी से चल रहा था दोस्त
अनुष्का ने बताया कि देवांश की हरकतों से परेशान होकर मैंने अपने दो दोस्तों शादाब और राहुल के साथ मिलकर देवांश की हत्या करने का प्लान बनाया। इसके बाद मैंने उसको वॉट्सएप कॉल करके वाराणसी बुलाया। यहां आकर देवांश अस्सी के पैराडाइज होटल में ठहर गया था। मैंने अस्सी नाला पुलिया के पास इटिऑस कार में देवांश को बैठाया। गाड़ी शादाब चला रहा था, जबकि राहुल स्कूटी से कार के पीछे-पीछे चल रहा था.
कार में बैठने के बाद किया बेहोश
इसके बाद मैंने देवांश को जूस में नींद की गोली का पाउडर मिलाकर पिला दिया। इससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद हम लोगों ने गाड़ी को चंदौली के रास्ते पर डाल दिया। मगर, इसी बीच देवांश को होश आने लगा। इस पर हम लोग डर गए और गाड़ी रोक ली।
पेंचकस निकालकर देवांश को मार डाला
अनुष्का व दोस्तों ने मिलकर कार से निकालकर देवांश को उठाकर गिट्टियों पर पटक दिया। वहां पर रोड कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। फिर तीनों मिलकर देवांश को गिट्टी पर पटक कर मारने लगे। इतने में राहुल ने गाड़ी में से पेंचकस निकाला और देवांश के गले और सीने में कई वार कर दिए। साथ ही पिस्टल निकालकर अंधेरे में फायर भी कर दिया। उसके बाद चंदौली रोड पर ले जाकर गिट्टी पर पटक-पटक कर अधमरा कर दिया। इस वारदात के बाद देवांश का मोबाइल और पिस्टल बिहार की ओर जा रहे ट्रक में फेंक दिया.
पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया
हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर से अरेस्ट कर इन्हें वाराणसी लाया गया है। तीनों आरोपियों में से एक देवांश की बचपन की गर्लफ्रेंड और बीएचयू की छात्रा अनुष्का तिवारी (21) है। बाकी दो आरोपियों में जौनपुर मडिय़ाहूं का राहुल सेठ (21) और सादाब आलम (25) है। इनके पास से मर्डर में इस्तेमाल पेंचकस, स्कूटी, देवांश का चप्पल, फटी टी-शर्ट का टुकड़ा और लोवर, देवांश का कड़ा, कलावा और होटल के रूम की चाबी बरामद हुई है।
कानपुर से बीएचयू की छात्रा हुई गिरफ्तार
भेलूपुर पुलिस ने देवांश के अपहरण में आरोपित छात्रा अनुष्का तिवारी को एक दिन पहले कल्याणपुर (कानपुर) से गिरफ्तार कर लिया था। परिजनों के मुताबिक वह बीएचयू में पढऩे वाली दोस्त अनुष्का तिवारी से मिलने की बात कहकर निकला था। यहां आने पर वह अस्सी स्थित होटल में रुका था।
अनुष्का पर आशंका सही
पिता के अनुसार अगले दिन देवांश की दोस्त श्रीवत्स से व्हाट्सएप पर बात हुई। 27 मई को देवांश का मोबाइल बंद हो गया। इस पर श्रीवत्स ने अनुष्का को कॉल किया। तब अनुष्का ने कहा कि उसकी देवांश से लड़ाई हुई है। वह उसके बारे में नहीं जानती। आशंका के आधार पर पिता रामकिशोर ने अनुष्का, उसके पिता सौरभ व चाचा सौजन्य तिवारी के खिलाफ भेलूपुर थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया। पिता ने तहरीर में आशंका जताई थी कि देवांश का अपहरण कर हत्या की जा सकती है।
लाश फेंकने का प्वाइंट बना अलीनगर
चंदौली के अलीनगर थाना क्षेत्र में लगातार युवकों की लाश मिलने का मामला सामने आ रहा है। वाराणसी-चंदौली रोड पर कार में हत्या करने के बाद आरोपित शव को अलीनगर स्थित नाले में फेंक देर रहे हैं। इसके पहले लंका थाना क्षेत्र के सीरगोवर्धनपुर निवासी अनिल यादव (33) की हत्या करने के बाद शव अलीनगर नाले में फेंक दिया गया था।
अनिल की तरह देवांश की हुई हत्या
देवांश की तरह अनिल की पत्नी ने औराई के रहने वाले बहनोई के साथ मिलकर उसका अपहरण किया था। बच्चों के सामने ही कार में कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद पति की गला घोंट कर हत्या कर दी। शव को कार में रखकर शहर में शाम तक दोनों घूमते रहे। मौका देखते ही रात में मुगलसराय के अलीनगर स्थित नाले में शव फेंककर फरार हो गए थे.