पुराने को दिया गया नया रूप

एजुकेशनल ब्रांड के रूप में खुद को पेश करने के तहत बीएचयू के पुराने लोगों को ही नया रूप दिया गया है। बीएचयू के पुराने लोगो का डिजाइन फाउंडर पं मदन मोहन मालवीय ने तैयार किया था। अब नये लोगों में उसके मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए उसमें कुछ परिवर्तन किये हैं। लोगो को नया रूप देने की भूमिका विजुअल आर्ट फैकल्टी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मनीष अरोड़ा ने निभायी है। नये लोगो में ऊं के अंदर मां सरस्वती के चित्र को यथावत रखा गया है सिर्फ उसके कलर को केसरिया कर दिया गया है। इसे अलावा लोगो के नीचे की ओर लिखे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय व बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के फॉन्ट और उसको लिखने की स्टाइल को बदला गया है। हिन्दी के लिखने की शैली देवनागरी रखी गयी है जबकि इंग्लिश के लेटर्स को मॉडर्न टाइप में रखा गया है। इसके अलावा एम्बलम के साथ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय लिखने के लिए स्पेशल लोगो टाइप का इस्तेमाल किया गया है। जो नीले रंग में होगा।

स्पेशल टैगलाइन भी

लोगो के साथ एक स्पेशल टैगलाइन या कैचलाइन दी गयी है। जो काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलगीत 'सर्वविद्या की राजधानीÓ (ष्ड्डश्चद्बह्लड्डद्य शद्घ द्मठ्ठश2द्यद्गस्रद्दद्ग) से ली गयी है। वल्र्ड लेवल पर बीएचयू को एक ब्रांड के रूप में पेश करने के लिए लोगो को सिर्फ इंग्लिश लेटर के जरिये ही आर्टिस्टिक स्टाइल में पेश किया गया है।