वाराणसी (ब्यूरो)। कैपिटल ऑफ एजुकेशन के नाम से प्रसिद्ध स्मार्ट सिटी वाराणसी के बीएचयू में पढऩे का सपना देश के हर स्टूडेंट्स का होता है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के बाद पं। मदनमोहन मालवीय का यह संस्थान यूजी, पीजी और पीएचडी करने वालों का अभी भी फेवरेट विवि बना हुआ है। देश का ऐसा कोई स्टेट नहीं है जहां के स्टूडेंट्स बीएचयू में न मिलें। अब यह यूनिवर्सिटी देश ही नहीं विदेश के स्टूडेंट्स को भी भा रही है। बीएचयू हायर एजुकेशन के लिए इंटरनेशनल स्टूडेंट्स का सबसे फेवरेट यूनिवर्सिटी बन गया है। शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए यहां 30 देशों के कुल 312 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है।
आंकड़ा 300 के पार
बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो ऐसा पहली बार हुआ है, जब यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के एडमिशन का आंकड़ा 300 के पार पहुंचा है। इसके साथ ही बीएचयू में अब अब बीएचयू में पढऩे वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या 734 हो गई है, जो अभी तक की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है। ये सभी 734 स्टूडेंट्स 49 अलग-अलग देशों के हैं।
नेपाल के स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा
इस बार हायर एजुकेशन में एडमिशन लेने वाले इंटरनेशन स्टूडेंट्स में सबसे बड़ी संख्या नेपाल के छात्रों की है। नेपाल के 155 स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया है, जबकि बांग्लादेश से 85 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। श्रीलंका से 11 एवं म्यांमार से 10 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है। नए प्रवेशार्थियों में 172 ने स्नातक कार्यक्रमों, 112 ने स्नातकोत्तर में, 16 ने पीएचडी पाठ्यक्रमों और 12 स्टूडेंट्स ने प्रमाणपत्र के अलावा डिप्लोमा कोर्सेस में प्रवेश लिया है। इनमें से 253 ने स्व-वित्तपोषित श्रेणी, 49 ने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, 4 ने एजुकेशन काउंसिल ऑफ इंडिया तथा 6 ने स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के तहत एडमिशन लिया है।
उत्साहजनक हैं आंकड़े
इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को अट्रैक्ट करने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने कई नई पहल व प्रयास किए हैं। इसी का नतीजा है कि आज बीएचयू में इतनी बड़ी संख्या में फॉरेन के स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है। बीएचयू इंटरनेशनल सेंटर के समन्वयक प्रो। एसवीएस राजू ने बताया कि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के प्रवेश को गति देने के लिए बीएचयू ने भारत सरकार की पहल एजुकेशन काउंसिल ऑफ इंडिया तथा स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के साथ सहमति पर हस्ताक्षर किये हैं। नई शिक्षा नीति 2020 में भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के अंतरराष्ट्रीयकरण पर विशेष जोर दिया गया है। इसी क्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने सक्रियता के साथ कई नई पहल की हैं, जिनका नतीजा उत्साहजनक प्रवेश आंकड़ों के रूप में सामने आया है।
1000 के लिए हॉस्टल
वर्तमान में बीएचयू में तकरीबन 600 इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की सुविधा है। गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए भी यहां इंटरनेशल लेवल का हाईटेक हॉस्टल तैयार किया जा रहा है। इसके तैयार होने के बाद ये क्षमता 400 और बढ़ जाएगी। तब यहां करीब एक हजार स्टूडेंट को हॉस्टल की सुविधा मिलने लगेगी। वहीं विवि में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के प्रवेश की प्रक्रिया को भी और अधिक प्रभावी व सुगम बनाया गया है। बीएचयू का इंटरनेशनल सेेंटर प्रवेशार्थियों व विद्यार्थियों की समस्याओं व चुनौतियों के निराकरण में सक्रियता से जुटा रहता है। इससे इन्हें काफी सपोर्ट मिलता है।
स्टूडेंट्स के लिए बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता पर विवि प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है। इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की क्षमता को भी बढ़ाने के साथ हाईटेक लूक भी दिया गया है। इसके साथ ही सभी इंटरनेशनल स्टूडेंट्सं के लिए छात्रवृत्ति से भी विवि को इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के बीच काफी पहचान मिली है।
प्रो। सुधीर कुमार जैन, वीसी, बीएचयू