- नाव की सवारी करने वालों की सुरक्षा के लिए नगर निगम ने बनाए नियम

- नावों पर लिखना होगा लाइसेंस नम्बर और क्षमता

VARANASI

काशी के आकर्षण में लाखों सैलानी इस शहर देखने आते हैं। खास जगहों पर घूमते-फिरते और दर्शन-पूजन करते हैं। लेकिन गंगा में नौका यात्रा के बिना किसी की काशी यात्रा पूरी नहीं होती है। सुबह से लेकर देर शाम तक सैलानियों और स्थानीय लोगों से भरी नाव गंगा में एक घाट से दूसरे तक आती-जाती रहती हैं। लेकिन नावों में सैर के दौरान सुरक्षा को लेकर हर किसी को चिंता रहती है। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम ने नाविकों को जरूरी निर्देश दिए हैं। चेतावनी दिया है कि अगर उनका पालन नहीं किया गया तो नावों का लाइसेंस रद करते हुए उन्हें सीज कर दिया जाएगा।

लिखना होगा लाइसेंस नम्बर

नगर निगम के निर्देश के मुताबिक हर नाविक को अपनी नाव पर नगर निगम की ओर से जारी लाइसेंस नम्बर लिखना है। इसके साथ ही नाव की क्षमता का भी उल्लेख होना चाहिए। लाइफ जैकेट समेत अन्य सुरक्षा उपकरण का होना अनिवार्य है। नाव को जिस घाट से संचालित होने का परमिशन मिला है वहीं से चलनी चाहिए। इन नियमों का पालन नहीं करने वाले नाविक लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। नावों को सीज करने की कार्रवाई भी होगी। आदेश का पालन हो रहा है या नहीं इसे सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम ने निगरानी टीम बनायी है। टीम घाटों पर जाकर नावों की दशा देखेगी। नगर आयुक्त हरि प्रताप शाही के अनुसार उल्लंघन करने वालों की लिस्ट बनायी जा रही है। नाव की सवारी करने वालों को आगाह करने के लिए निगम की ओर से घाटों पर एलाउंस कराया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि ऐसी ही नावों पर बैठें जो नियमों का पालन करती हैं।

हर वक्त जान खतरे में

नगर निगम नावों की सवारी करने वालों की जान की सलामती को लेकर जरूर गंभीर है इसके बावजूद भी नियमों का पालन पूरी तरह से नहीं हो रहा है। नावों पर क्षमता से काफी अधिक लोगों को बैठाया जा रहा है। नावों पर लाइफ जैकेट समेत अन्य सुरक्षा उपकरण मौजूद नहीं रहते हैं। यही नहीं देर रात उनका संचालन हो रहा है। नाव चलाने वालों में बच्चे भी शामिल होते हैं। जल पुलिस उन्हें चेतावनी भी दे तो नाविक उसे नजरअंदाज कर देते हैं।