-एनसीटीई ने कॉलेजेज को प्रोफार्मा भेज टीचर्स की संख्या, भवन, लैब के बारे में मांगी डिटेल
-गलत जानकारी देने पर मान्यता कैंसिल करने की दी वार्निग
VARANASI
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) बीएड कॉलेजेज का नए सिरे से वेरीफिकेशन कराने जा रहा है। इस क्रम में सभी बीएड, एमएड और बीपीएड कॉलेजेज से कई पॉइंट्स पर क्फ् जून तक जानकारी मांगी गई है। जिसमें बीएड कॉलेजेज को टीचर्स की संख्या, भूमि-भवन, लैब आदि के बारे में जानकारी देनी है। गलत रिपोर्ट आने पर एनसीटीई ने मान्यता कैंसिल करने की भी वार्निग दी है।
क्फ् जून तक देनी है रिपोर्ट
एनसीटीई की ओर से इस आशय का एक लेटर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी को भेजा गया है। इसमें एफिलिएटेड कॉलेजेज में कार्यरत टीचर्स की लिस्ट, कॉलेज की बिल्डिंग, लैब, क्लासेज की स्थिति, आय-व्यय का लेखा-जोखा की जानकारी क्फ् जून तक अवेलेबल कराने को कहा गया है। इस जानकारी के आधार पर एनसीटीई बीएड कॉलेजेज का भौतिक सत्यापन भी कराएगी। जिसके बाद मानक के अनुरूप कॉलेजेज के मिलने पर ही बीएड, एमएड व बीपीए कोर्स संचालित करने की परमिशन दी जाएगी।
कम्प्लेन पर उठाया कदम
इधर कई सालों से बीएड कॉलेजेज में गड़बड़ी की कम्प्लेन एनसीटीई के पास पहुंच रही थी। मसलन स्टूडेंट्स से फीस से अधिक मनमानी वसूली भी। इसको देखते हुए एनसीटीई ने कॉलेजेज का वेरीफिकेशन कराने का डिसीजन लिया। इसके लिए यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज को प्रोफॉर्मा भेजा जा चुका है। जिस पर सारी डिटेल भरकर भेजना है।