वाराणसी (ब्यूरो)जी 20 की पहली मीटिंग में शहर के सौंदर्यीकरण का खाका सर्किट हाउस में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में तैयार किया गया था सभी विभागों को आदेश दिया गया था कि सभी विभाग अपने स्तर से सौंदर्यीकरण कार्य को करवायेंगे जिससे कि आने वाले विदेशी मेहमानों के बीच बनारस की छाप पड़ सकेऐसे में शहर में जी20 की पहले दौर की वार्ता सकुशल सम्पन्न हो चुकी है और दुसरे दौर की वार्ता के लिए तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी गई है.तो वहीं दूसरी तरफ बजट के अभाव के कारण बिजली विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सौंदर्यीकरण के कार्य को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हंैजिसके कारण विभाग के सौंदर्यीकरण से संबधित दर्जनों कार्य पेंडिंग पड़े हुए है और विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक बार बार बजट के अभाव का रोना रोते हुए दिखाई दे रहे है.

पत्राचार के बाद भी नही मिला बजट

सौंदर्यीकरण के कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए खर्च होने वाले बजट के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारियों के द्वारा संबधित विभाग के साथ ही जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखा गया और कहा गया कि बजट मिलने से ही सभी कार्य को अमलीजामा पहनाया जा सकता हैऐसे में विभाग के निर्माण खंड की तरफ से जिला प्रशासन के साथ ही विद्युत विभाग के चैयरमैन के साथ कई बार पत्राचार किया गया लेकिन आज तक बजट नही मिल पाने के कारण सभी प्रकार के कार्य रूके है.

अपने मैनपावर से करवा रहे है पेंटिंग

जिला प्रशासन से बजट नही मिलने के कारण सभी प्रकार के कार्य रूक गए हैजिसके बाद बिजली विभाग ने अपने संविदा कर्मचारियों का इस्तेमाल करते हुए अपने ही डेली खर्च से रुपयो का बंदोबस्त करते हुए पेंट की खरीददारी कर पेंटिग का कार्य करवाया जा रहा है.बताया जा रहा है कि बजट नही मिल पाने के कारण अपने स्तर से अपने विभागीय खर्चे के मद से रुपये का हस्तांतरण करते हुए मैनपावर को इस्तेमाल करते हुए कुछ लोकेशन पर पेंटिग के कार्य को अमली जामा पहनाते हुए दिखाया जा रहा है.

9.63 करोड़ की डिमाड, नहीं मिला बजट

विद्युत विभाग द्वारा जी 20 के रूटों में पडऩे वाले पोल से लेकर ट्रांसफार्मर को शिफ्टिंग का कार्य किया जाना था.ऐसे में विभाग के द्वारा बजट की लिस्ट बनाते हुए 9.63 करोड़ की डिमांड की गई थी.पंरतु विभाग को जिला प्रशासन से लेकर संबधित विभाग को पत्र लिखा गया.ऐसे में विभाग को किसी स्तर से बजट नही मिलने के कारण विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक हलकान हो गए हैउनके द्वारा बार बार पत्राचार करने के बाद भी बजट नही मिलने के कारण सारे कार्य अधर में अटक गए है.ऐसे में विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अपने स्तर से जिस लेवल पर हो सकता है उस लेवल पर कार्य को करवाया जा सकता हैसारे कार्यों को अमली जामा पहनाने के लिए बजट की आवश्यकता है जो कि नही मिल पा रहा है जिसके कारण कार्यों का रूकना तय माना जा रहा है.

पेंडिग में रूके वर्क

वितरण खंड-कार्य का प्रारूप

-वितरण खंड अष्टम-कज्जाक पुरा फ्लाईओवर के पास एचटी एलटी लाईन शिफ्टिंग का वर्क

-प्रथम-रथयात्रा से अस्सी वाया गौदोलिया तक फीडर और सर्विस पीलर का वर्क

-प्रथम-सिगरा से रेडटेप सिगरा केबिल लाईन वर्क

-प्रथम-सिगरा से बेनिया तक भूमिगत लाईन

-प्रथम-लंका चौराहे से पीसीसी पोल हटाने का वर्क

-प्रथम-रामनगर किला से रिकंडटिंग वर्क

-प्रथम-भारत सेवासंघ आश्रम तक एलटी वर्क

-प्रथम-साजन तिराहे से सुमंगलम साड़ीज तक भूमिगत केबल वर्क

-द्वितीय-आल रूट शिफ्टिंग पेंटिग वर्क

-द्वितीय-विश्वेसरगंज तिराहे तक पेटिंग

-प्रथम-विनायक प्लाजा मलदहिया के पास सौंदर्यीकरण

-प्रथम-गोदौलिया चौराहे के बीचोबीच पोल शिफ्टिंग का कार्य

-द्वितीय-भोजूबीर पर पोल शिफ्ंिटग का वर्क

जी 20 के सौंदर्यीकरण को लेकर कई बार पत्राचार किया जा चुका हैशासन से साफ तौर पर मंडलायुक्त एवं विभाग के चेयरमैन को बजट आवंटित नहीं किए जाने का पत्र मिल चुका हैऐसे में अब हम लोगों के द्वारा एक सप्ताह उपरांत आंतरिक मद का उपयोग करते हुए सौंदर्यीकरण के कार्य को करवाया जाएगा.

सुभाष चंद्रा, एक्सईएन, निर्माण खंड