वाराणसी (ब्यूरो)। प्रयागराज में स्नान का सिलसिला फरवरी के लास्ट तक चलने वाला है। कुंभ में स्नान के लिए कैंट रोडवेज से 90 से अधिक बसों के बेड़े को श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए लगाया गया है। वहीं, बड़ी तादात में बसों को कुंभ के लिए लगाए जाने से कैंट रोडवेज पर लंबी दूरी के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर व वाराणसी जनपद के आसपास के स्थानों के लिए बसें आसानी से मिल जा रही हैैं। वहीं, सोनभद्र, मिर्जापुर, आजमगढ़, सैय्यदराजा, प्रतापगढ़, लखनऊ, फैजाबाद, जौनपुर समेत कई अन्य स्थानों को जाने के लिए यात्रियों को साधनों का इंतजार करना पड़ रहा है। दिन यात्री में आवागमन के अन्य विकल्प का सहारा भी ले रहे हैैं। वहीं, रात में यात्रियों को सुबह होने तक का भी इंतजार करना पड़ रहा है। कैंट रोडवेज से 90 की तादात में बसें कुंभ के लिए लगाई गई हैैं.
बढ़ा दबाव, करना पड़ रहा इंतजार
प्रयागराज को जाने वाली सभी बसें कुंभ मेला समाप्त होने के बाद ही यात्री सेवा में लगेंगी। फरवरी के लास्ट तक रोडवेज की बसें सभी जिलों में नियमित सेवा देंगी। बसों के नहीं रहने से कैंट व स्थानीय डिपो पर काफी दबाव बढ़ गया है। रविवार को पूर्वांचल के दर्जनों जिलों को जाने वाले यात्रियों की बसें छूट जाने के बाद तकरीबन एक घंटे का इंतजार करना पड़ा। वहीं कई अधिक रुपये खर्च कर टैक्सी आदि से अपने गंतव्य को रवाना हुए। यात्री शशांक ने बताया कि काफी इंतजार के बाद आजमगढ़ के लिए बस मिली। उसमें भी सीट के लिए मारामारी की स्थिति रही.
कुंभ की वजह से बसों की संख्या व फेरों में कमी आई है। निर्धारित रूटों पर शेष बसों को चलाया जा रहा है। जल्द ही स्थिति को सामान्य कर लिया जाएगा.
वीके श्रीवास्तव, एआरएम