हर ओर तैयारी
शीत ऋतु के खत्म होने के साथ मंगलवार को बंसत ऋतु का प्रारंभ हो जाएगा। ज्योतिष पं। राजेन्द्र मिश्र बताते हैं कि बसंत पंचमी के साथ ही त्योहारों की शुरुआत मानी जाती है। इस दिन से ही होली की शुरुआत भी हो जाती है और चौराहों और त्रिमुहानियों पर होलिका लगा दी जाती हैं। इसके अलावा विद्या की देवी मां सरस्वती का भी पूजन इस दिन ही विधि-विधान से किया जाता है। पं। मिश्र के मुताबिक बसंत पंचमी के दिन उदया तिथि में मकर लग्न व मीन राशि है। नक्षत्रों का ये योग अति शुभकारी माना जाता है। यही वजह है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए किसी पोथी-पत्रे को देखने की जरूरत नहीं होती है।
मां पूजी जायेंगी आज
बसंत पंचमी को लेकर स्कूल, कॉलेजों, कोचिंग सेंटर्स और पूजा पंडालों में मां वाग्देवी की पूजा को लेकर तैयारियां सोमवार को ही पूरी हो गई। देर रात पूजा पंडालों में मां सरस्वती की प्रतिमाएं भी पहुंच गई और मंगलवार को विधि-विधान से पूजन कर मां का आह्वान किया जायेगा। पूजा और अन्य तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए ज्योतिष विमल जैन बताते हैं कि सुबह जल्द उठने के बाद नहाकर पीला वस्त्र धारण कर मां सरस्वती की पूजा करें। पूजा के लिए मां को चढ़ाने के लिए पीली माला, चढ़ाने को पीले वस्त्र और भोग के लिए पीला मीठा और बेर जरूर होनी चाहिए। मां की पूजा से पहले गणेश जी का ध्यान करने के बाद ही मां सरस्वती का पूजन होना चाहिए। सरस्वती पूजन का सही समय क्या है। इस बारे में पंडित राजेन्द्र मिश्र का कहना है कि माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि वैसे तो तीन फरवरी की शाम सात बजकर 35 मिनट पर ही लग रही है लेकिन उदयातिथि के कारण बसंत पंचमी मंगलवार को ही मनाई जायेगी और पंचमी मंगलवार शाम छह बजकर 15 मिनट पर खत्म भी हो जायेगी।
आज से लग जायेंगी होलिका
मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन ही चौराहों और त्रिमुहानयों पर होलिका लगाई जाती हैं। यही वजह है कि मंगलवार को शहर के हर इलाके में चौराहों पर होलिकाएं लगा दी जायेंगी। होलिका लगने के साथ ही शुरू हो जायेगा होली का हुडदंग जो पूरे एक महीने तक चलता रहेगा।
बिना लगन के भी बजेंगे बैंड
बसंत पंचमी के दिन शुभ काम का करना बेस्ट माना जाता है। यही वजह है कि मंगलवार को अपने शहर में सैकड़ों शादियां हैं। शहर का हर इलाका मंगलवार की शाम बैंड बाजों के शोर के बीच जकड़ा नजर आयेगा और कई घरों में शहनाइयां गंूजेंगी।
नये घर व प्रतिष्ठानों का होगा उद्घाटन
बसंत पंचमी के दिन किसी भी नये काम कि शुरुआत बगैर किसी शुभ लग्न के की जा सकती है। यही वजह है कि मंगलवार को सिटी के कई इलाकों में गृह प्रवेश से लेकर नए बिजनेस की शुरुआत भी कई लोग करने जा रहे हैं।
प्रशासन भी जुटा तैयारियों में
- सरस्वती पूजा को लेकर शहर के कई इलाकों में बढ़ा दी गई सतर्कता
- बड़े पूजा पंडालों के बाहर तैनात रहेंगे पुलिस के जवान
- बुधवार को प्रतिमा विसर्जन के लिए दशाश्वमेध साइड रहेगा डायवर्जन
- बसंत पंचमी को ही शहर के अलग-अलग इलाकों में गढ़ जायेंगी होलिकाएं
- बसंत पंचमी के चलते मंगलवार को शहर में हैं ताबड़तोड़ लग्न
- सैकड़ों शादियां हैं मंगलवार को
- इसके अलावा इस शुभ दिन को देखते हुए नये काम की शुरुआत करने की तैयारी में भी हैं बहुत लोग