वाराणसी (ब्यूरो)। दीपावली के मौके पर सोशल साइट पर ऑनलाइन शॉपिंग के लिए ऑफर की भरमार थी। हर कोई सस्ते से सस्ता सामान लेने की फिराक में दिनभर सोशल साइट पर सक्रिय था। ऑनलाइन ऑफर के झांसे में फंस कर कई लोगों का दीवाला निकल गया.
आनलाइन गैंबलिंग
मार्केट प्राइज से 20 हजार रुपये कम में आईफोन-15 पाने के चक्कर संतोष गिरी ने 22 हजार, वाशिंग मशीन पर 90 फीसद छूट की लालच में आकर संगीता ने 15 तो नये मोबाइल के मोह में रजनीश सोनकर के 10 हजार लुट गए। धनतेरस से दीपावली के बीच 40 से अधिक लोग ऑन लाइन ठगी के शिकार हो गए। यही नहीं ऑनलाइन गैंबलिंग में भी बड़ी संख्या में लोगों के हाथों से लक्ष्मी चली गई, लेकिन इसकी शिकायत साइबर सेल में नहीं पहुंची।
50 से अधिक शिकायतें
सोशल मीडिया पर लुभावने ऑफर की भरमार है। त्योहार के सीजन में लोग जमकर खरीदारी करते हैं, ऐसे में साइबर ठग खरीदारी पर भारी छूट का झांसा देकर लोगों को फंसाते हैं। भारी डिस्काउंट देखकर लोग लिंक खोलते हैं और ठगी के शिकार हो जाते हैं। साइबर ठग आईफोन, मोबाइल, ज्वेलरी, इलेक्ट्रानिक सामान पर भारी छूट आदि तरीके इस्तेमाल कर लोगों को चूना लगाते हैं। साइबर सेल के अनुसार सामान्य दिनों में हर दिन 6 से 8 साइबर ठगी की शिकायत आती है, लेकिन त्योहार सीजन में यह संख्या तीन से चार गुना हो जाती है। धनतेरस से दीपावली के बीच 50 से अधिक साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जबकि इससे कहीं ज्यादा ठगी के मामले पुलिस के पास आते ही नहीं है।
ये बरतें सावधानी
- किसी को आधार कार्ड या पैनकार्ड न भेजें.
- किसी नए या अनजाने लिंक पर क्लिक न करें, आपकी निजी जानकारी ठगों को मिल सकती है.
- किसी ऑफर या इनाम के झांसे में न आएं.
- किसी को ओटीपी न बताएं, बैंक संबंधी डिटेल न दें.
- वीडियो कॉल पर न्यूड वीडियो बनाकर ठगी के मामले बढ़े हैं, इनसे सावधान रहें.
- रात में सोते वक्त मोबाइल पर इंटरनेट बंद करना भी ठगी से बचाता है.
एप डाउनलोड न करें
- ठगी होते ही 1930 टोल फ्री नंबर पर कॉल करें.
- ठगी का पता चलते ही तत्काल क्रष्4ड्ढद्गह्म्ष्ह्म्द्बद्वद्ग.द्दश1.द्बठ्ठ पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
500 ने लाखों गंवाए
दीपावली पर ऑनलाइन गैंबलिंग में भी बनारस के लोगों ने मेहनत की कमाई गंवा दी। रेशम कटरा के एक व्यापारी ने ऑनलाइन गैंबलिंग में तीन लाख रुपये गंवा दिए। एक अनुमान के तहत दीपावली पर ऑनलाइन गैंबलिंग में फंसकर पांच सौ से अधिक युवाओं के लाखों रुपये चले गए। गैरकानूनी होने की वजह से इसकी शिकायत साइबर सेल या थाने में नहीं पहुंचती है। शिकार व्यक्ति के पास पछतावा के अलावा कुछ नहीं होता है।
घाट के किनारे है गढ़
ऑनलाइन गैंबलिंग में शामिल होकर किसी भी जगह से खेला जा सकता है, लेकिन वाराणसी में सट्टा और ऑनलाइन गैंबलिंग का गढ़ घाट किनारे इलाकों में होता है। इन इलाकों के अधिकतर लॉज, होटल में युवा एकत्र होकर ऑनलाइन गैंबलिंग में शामिल होते हैं। इसके साथ सट्टा भी खेला जाता है। ये इलाके सट्टे का भी गढ़ है।
साइबर ठगों से सावधान रहने की जरूरत है। त्योहार के मौके पर इनकी गतिविधियां और बढ़ जाती हैं। कॉल व मैसेज के जरिये ऑफर के बहाने ठग सकते हैं। लोगों को चाहिए कि वह इस तरह के ऑफर के बहकावे में न आएं। फोन पर कोई जानकारी साझा न करें, लिंक क्लिक करने से भी बचें.
राजेश सिंह, प्रभारी साइबर सेल