वाराणसी (ब्यूरो)। जीएसटी डिपार्टमेंट बेवजह नोटिस भेजकर व्यापारियों व उद्यमियों को टार्चर कर रहा है। विभाग के इस रवैया से आक्रोशित इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन ने बैठक की और कहा कि जिस से तरह से नोटिस भेजकर परेशान किया जा रहा है, इससे सरकार की वन ट्रिलियन का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता। इस राह में खुद रोड़ा बना है जीएसटी विभाग। इस गंभीर समस्या को लेकर उद्यमियों ने जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर अमित पाठक से टेलीफोन पर वार्ता की तो अधिकारी ने कहा कि पूर्व में भेजा गया नोटिस निरस्त किया जाएगा.
जीएसटी के जेसी से की वार्ता
बैठक में आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर से टेलीफोन पर वार्ता की विभाग की कार्यशैली से अवगत कराया। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि अब नोटिस नहीं भेजा जाएगा.
एक हजार बकाये पर नोटिस
अमित पाठक ने कहा कि नोटिस को लेकर मुख्यालय में हुई मीटिंग में निर्णय लिया गया हैै कि 1000 रुपये से कम की धनराशि के अंतर पर नोटिस नहीं भेजा जाएगा। इस तरह के जो नोटिस पूर्व में भेजे जा चुके हैैं, उसे भी निरस्त किया जाएगा। उद्यमियों एवं व्यापारियों का किसी भी स्तर पर उत्पीडऩ न हो, इसके लिए विभाग पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है। बैठक में राजेश भाटिया, डिविजनल चेयरमैन वाराणसी मंडल अनुपम देवा, प्रशांत अग्रवाल, नीरज पारीख, मनीष कटारिया, गौरव गुप्ता मौजूद थे.