वाराणसी (ब्यूरो)। बलिया जनपद में यूपी बिहार की सीमा पर शराब की तस्करी का खेल नहीं थम रहा है। बिहार में शराब बंदी के चलते भारी संख्या में शराब के तस्कर सीमा क्षेत्र के गांवों से बड़े पैमाने पर शराब की खेप बिहार में भेजने का काम कर रहे हैं। यही नहीं नियम और शर्तों को तोड़कर प्रदेश की सीमा पर शराब के गोदाम खोल दिए गए हैं। शराब की बोतलों से स्कैनर उखड़ा दिया जा रहा है ताकि दुकानदार का नाम पता नहीं चल सके। मंगलवार को 2316 लीटर अंग्रेजी शराब को छपरा रिविलगंज की पुलिस बरामद किया लेकिन एक भी बोतल के ढक्कन पर स्कैनर नहीं था। नाव से छपरा भेजने के लिए नदी घाट पर ले जाया जा रहा था। शराब की खेप लगातार बिहार में पकड़ी जा रही है, लेकिन यूपी की ओर से पुलिस की निगरानी के बावजूद यह शराब बिना किसी समस्या के बिहार की सीमा तक पहुंच जाती है। अभी दो माह पहले उत्तर प्रदेश व बिहार की सीमा स्थित मांझी उत्पाद विभाग के चेक पोस्ट पर उत्पाद पुलिस एवं मांझी पुलिसकर्मियों ने शराब लदी एक एंबुलेंस पकड़ी थी। एंबेलेंस चालक ने पुलिस को चकमा देकर वाहन के साथ भागने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। शक होने पर उत्पाद व मांझी पुलिस के ने रोककर जब हैंड हेल्ड स्कैनर मशीन से जांच की तो एंबुलेंस के अंदर भारी मात्रा में अंग्रेजी बरामद हुई थी। एंबुलेंस में विशेष तहखाना बनाकर शराब को छिपाकर उत्तर प्रदेश के मऊ से छपरा ले लाया जा रहा था। बैरिया के दोकटी, लालगंज, सिताबदियारा, चांददियर क्षेत्र में शराब माफिया ने अपना जाल बिछ़ा रखा है। बड़ी बात यह कि संबंधित गांवों के लोग तस्करी के सभी किस्सों को सार्वजनिक तौर पर बताते हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस को कुछ भी जानकारी नहीं है। बिहार की सीमा पर जयप्रकाशनगर, चांददियर पुलिस चौकी है। दोनों स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती भी है। इसके बावजूद तस्कर आसानी से शराब की खेप बिहार भेजने में सफल हो जाते हैं.