बलिया: आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने बुधवार को बलिया के चर्चित खाद्यान्न घोटाले में मनियर के सहायक विकास अधिकारी पंचायत अरुण कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया। घोटाले के संबंध में सिकंदरपुर थाने में उसके खिलाफ गबन जालसाजी धोखाधड़ी व साजिश रचने समेत विभिन्न आरोपों में वर्ष 2006 में मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रभारी निरीक्षक ईआडब्ल्यू सुनील कुमार वर्मा के मुताबिक संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना का क्रियान्वयन सरकार द्वारा वर्ष 2002 से 2005 के मध्य बलिया में किया गया। इस कार्यक्रम को सही और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिले के शीर्ष अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी। योजना के तहत जिले के विभिन्न गांवों में मिट्टी, नाली निर्माण, खड़ंजा निर्माण, पटरी मरम्मत, संपर्क मार्ग व पुलिया निर्माण आदि श्रमिकों का चयन कर कराया जाना था। श्रमिकों को श्रम के बदले खाद्यान्न व नकद दिए जाने का निर्देश था। ईओडब्ल्यू ने घोटाले की विवेचना में पाया कि जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा तत्कालीन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व कोटेदारों की मिलीभगत कर कार्य योजनाओं की पत्रावलियों पर पेमेंट आर्डर, मास्टर रोल व खाद्यान्न वितरण रजिस्टर में कूटरचना कर केंद्र सरकार के निर्देशों की अवहेलना की गई है। श्रमिकों का चयन मनमानी तरीके से किया गया और मास्टर रोल में दर्शाए गए श्रमिकों का नाम व पता भी विवेचना में फर्जी पाया गया। इस मामले में जिले के कई थानों में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया कि सिकंदरपुर थाने में दर्ज मुकदमा में एडीओ पंचायत अरुण कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है.