वाराणसी (ब्यूरो)। आजमगढ़ लखनऊ में एटीएस के हत्थे चढ़ा सरायमीर थाना के बखरा गांव निवासी समीउल्ला उर्फ समीउल्लाह खान के नाम वाइफाई कनेक्शन था। यूपी एटीएस ने मीरजापुर और आजमगढ़ में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले गिरोह का २०२३ में राजफाश किया था। इस मामले में जिस वाइफाई का प्रयोग किया गया था, वह समीउल्ला की आइडी से है। एटीएस इस मामले में गहना से पूछताछ कर रही है।
यूपी एटीएस ने वर्ष २०२३ में अवैध सिम बाक्स संचालित करने वाले गिरोह का राजफाश करते हुए आरोपित सरफराज निवासी बखरा सरायमीर को गिरफ्तार किया था। सरफराज की गिरफ्तार से पूर्व लगभग आठ माह पूर्व ही उसका साथी समीउल्ला उर्फ समीउल्लाह खान कुवैत चला गया था। एटीएस ने इस मामले में छानबीन की तो पता चला कि अपराध में जिस वाई फाई का प्रयोग किया गया है, वह समीउल्ला उर्फ समीउल्लाह खान के नाम से संचालित है और उसी की आइडी से रजिस्टर्ड है। समीउल्लाह खान ने सरफराज की गिरफ्तारी से पूर्व ही देश छोड़ दिया था। लगभग दो वर्ष बाद वह घर लौट रहा था। वह जैसे ही लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचा तभी एटीएस ने उसके हिरासत में ले लिया। सूत्रों की माने तो तीन माह पूर्व एक और युवक दुबई से आया था, जिसे एटीएस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। वैसे एसओ सरायमीर यावेंद्र पांडेय का कहना है कि इनके खिलाफ सरायमीर थाना में कोई मुकदमा दर्ज नहीं है।