वाराणसी (ब्यूरो)। आजमगढ़ में तंत्र- मंत्र का सहारा लेकर अंधविश्वास की दुकान चलाने वाली महिला स्वास्थ्य कर्मी की बातों में आकर पुत्र की चाह रखने वाले दंपती की आंखों पर पट्टी बांध उन्हें ऐसे उपाय बताए गए कि दोनों ने अपनी नवजात बेटी का गला घोंट दिया। उधर, मृत नवजात बालिका का लिंग बदल उसे लड़के में तब्दील करने का दावा करने वाली कथित तांत्रिक महिला भी कलई खुलने का भय सताने लगा तो उसने अपनी बहन और उसके पुरुष मित्र के सहयोग से बच्चा चुराने की योजना को असल रूप देने के लिए अपराध पर अपराध करते गए। नतीजा रहा कि आज नवजात की हत्या और दो बच्चों को चुराने की घटना के रहस्य से पर्दा उठता गया और आज इस मामले में संलिप्त दो सगी बहनों के साथ पुत्र प्राप्ति के लिए बेटी का गला घोंटने को मजबूर हुए दंपती समेत चार लोगों को गिरफ्तारी हुई। शनिवार को पुलिस ने बेटी को मारने में अपनी सहमति देने वाली महिला को भी गिरफ्तार किया है। पुत्र प्राप्ति की चाह में नवजात पुत्री की गला घोंटने वाले दंपती अब अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहे हैं।
सगड़ी तहसील अंतर्गत गड़ौरा मझौरा ग्राम निवासी मनोज कुमार पवई स्वास्थ्य केंद्र पर संविदा नेत्र सहायक पद पर कार्यरत है और वहीं अपनी पत्नी रेनू एवं दो नाबालिग बेटियों के साथ रहता था। इस दौरान रेनू के गर्भवती होने पर पहले से दो पुत्रियां होने पर मनोज कुमार अपने कार्यक्षेत्र के नाटी ग्राम पंचायत में संविदा एएनएम पद पर कार्यरत कथित महिला तांत्रिक एवं सहकर्मी संगीता से उसकी बात हुई।
धन ऐंठने के लिए संगीता ने तंत्र मंत्र के सहारे पहले तो गर्भ में ही लिंग परिवर्तन कर देने का झांसा देकर मनोज व उसकी पत्नी को विश्वास में लेकर इलाज करती रही। बीते 17 मई को रेनू ने जब पुत्री को जन्म दिया तो एक तरफ दंपती के चेहरे बुझ गए वहीं अपना राज खुल जाने के भय से संगीता ने अपनी अविवाहित बहन सरोज एवं उसके पुरुष मित्र सूरज कुमार उर्फ पप्पू को अपनी योजना में शामिल कर लिया। योजना के अनुसार पीडि़त दंपती को पुत्र प्राप्ति के लिए नवजात बालिका को मार डालने के लिए मई के अंतिम सप्ताह में मजबूर किया गया और इस घटना में संगीता भी शामिल रही। इसके बाद पुत्र प्राप्ति के लिए कोई बच्चा चुराने की योजना बनी।
योजना के अनुसार 29 मई की रात बिलरियागंज क्षेत्र के पटवध सरैया बाजार से आठ माह के युग नामक बच्चे को चुराया गया, लेकिन मनोज और उसकी पत्नी रेनू ने जब बच्चे की उम्र अधिक और किसी दूसरे की संतान का हवाला देते हुए बच्चे को अपनाने से इंकार कर दिया तो इस वारदात में शामिल लोग कम आयु के नवजात को चुराने की योजना बनाते हुए तीन जून की रात में जिला महिला अस्पताल से नवजात शिशु चुराने में सफल रहे। गलती पर गलती कर रहे लोगों से यहां भी चूक हो गई जब उनके हाथ चुराए गए नवजात बालक की जगह बालिका निकली। इस नवजात को भी पीडि़त दंपती ने बालिका देख लेने से मना कर दिया.
इन सभी बातों के बीच गुरूवार को कथित महिला तांत्रिक संगीता उसकी बहन सरोज के मित्र सूरज उर्फ पप्पू के साथ ही नवजात बालिका की हत्या करने वाले मनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके पूर्व संगीता को अस्पताल से चोरी गई नवजात बालिका की बरामदगी के साथ ही सरोज की गिरफ्तारी हो चुकी थी। शनिवार को पुलिस ने पुत्री की हत्या में पति के साथ सहमति जताने वाली रेनू को पवई क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद उनकी दो नाबालिग बेटियों के पालन पोषण की चिंता उन्हें सताने लगी है.