वाराणसी (ब्यूरो)। आजमगढ़ जिला अस्पताल से चार दिन पूर्व नवजात शिशु की चोरी के मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपित एवं उसके दो अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। तंत्र-मंत्र से लिंग बदलने का झांसा देकर नवजात चोरी करने वाला गिरोह पूर्व में एक नवजात बालिका की बलि दे चुका है। गिरोह के सदस्यों ने ही मृत नवजात बालिका के माता-पिता को देने के लिए बीते दिनों बिलरियागंज क्षेत्र के पटवध बाजार में घर के बाहर दादी और बुआ के बीच सो रहे आठ माह के नवजात बालक की चोरी की थी।
जिला महिला अस्पताल से बीते तीन जून की देर रात नवजात बालक की चोरी हुई थी। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे से बच्चा चुरा कर निकल रहे लोगों की पहचान की गई थी। पुलिस ने कंधरापुर क्षेत्र के मातनपुर गांव निवासी हंसराज के घर छापेमारी कर चोरी गए नवजात बालक को बरामद कर लिया। इस मामले में हंसराज की पुत्री सरोज को भी गिरफ्तार किया गया है। सरोज ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसके पुरुष मित्र सूरज कुमार उर्फ पप्पू को खेल प्रशिक्षक की नौकरी के लिए तीन लाख रुपये की जरूरत थी जिसकी पूर्ति के लिए उसने बच्चा चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में सूरज के साथ ही जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के गड़ौरा मझौरा ग्राम निवासी मनोज कुमार एवं रौनापार क्षेत्र के बेगपुर निवासी संगीता की संलिप्तता सामने आई। पुलिस ने मुख्य आरोपित सूरज एवं संगीता को गुरुवार को राजघाट से पकड़ा। सूरज के बताने पर एक अन्य सहयोगी मनोज कुमार को गिरफ्तार किया गया।
लड़का बनाने के झांसे में आकर पिता ने लड़की को मार डाला
पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि सरोज की बहन संगीता पीएचसी पवई में कार्यरत है। उसने तंत्र- मंत्र के जरिए किसी भी लड़की को लड़का बनाने की योजना बनाकर पैसा ऐंठने की तरकीब सोची। संगीता ने अपने साथ काम करने वाले मनोज राम से तंत्र- मंत्र से लड़की को लड़का बनाने की बात कही। पुत्र की चाह में दो पुत्रियों के पिता मनोज राम तैयार हो गए। संगीता मनोज राम की गर्भवती पत्नी रेनू देवी को तंत्र- मंत्र के जरिए लड़का होने का दिलासा देती रही लेकिन उसे लड़की पैदा हुई। संगीता ने कहा कि लड़की मार दिया जाय तो उसे लड़का बनाया जा सकता है। उसकी बातों में आकर मनोज राम ने अपनी १५ दिन की नवजात पुत्री को पवई स्थित सरकारी आवास में जान से मार डाला। बेटी को मारने के बाद मनोज राम नवजात बच्ची के बदले लड़के की मांग संगीता से करने लगा। फिर संगीता ने अपनी बहन सरोज और उसके पुरुष मित्र सूरज को अपने जाल में फंसाया। सूरज ने २९ मई की रात बिलरियागंज के पटवध बाजार में घर के बाहर दादी और बुआ के बीच सो रहे युग नामक आठ माह के बालक को चुराकर उसे मनोज राम को सौंप दिया। फिर संगीता ने कहा कि तुम्हारी बच्ची को तंत्र- मंत्र से लड़का बना दिया गया। मनोज राम ने बच्चे की उम्र ज्यादा होने की बात कहकर बच्चा लेने से इंकार कर दिया, तब सूरज उक्त बच्चे को लेकर पटवध बाजार गया और हंसराज के घर वालों को सौंप दिया, जहां से पुलिस ने बालक को बरामद किया। इस मामले में सभी आरोपितों के खिलाफ नवजात शिशु की हत्या के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने तंत्र- मंत्र में प्रयुक्त सामग्री, फावड़ा तथा अन्य सामान बरामद किए हैं।