वाराणसी (ब्यूरो)। सबका साथ-सबका विकास के नारे के साथ भाजपा दूसरी बार केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई है। स्वच्छ काशी-सुंदर काशी के स्लोगन के साथ पूरे देश में स्वच्छता का संदेश दिया गया, लेकिन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में इस स्लोगन के नाम पर ऐसा खेल सामने आया है, जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे। श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते सोनारपुरा से गोदौलिया तक ऑटो की नो एंट्री है। ई-रिक्शा को सवारी के साथ सिर्फ मदनपुरा तक ही जाने का परमिशन है, लेकिन सबका साथ-सबका विकास के साथ स्वच्छ काशी-सुंदर काशी लिखे ग्रीन स्टीकर वाले ऑटो और मैरुन कलर स्टीकर वाले ई-रिक्शा को बिना रोक-टोक गोदौलिया तक जाने दिया जाता है.
नेता चलाता है ङ्क्षसडिकेट
एक ङ्क्षसडिकेट आटो चालकों को एक खास तरह का स्टीकर उपलब्ध करा रहा है, जिससे उसे गोदौलिया तक जाकर सवारी ढोने की छूट मिल जा रही है। इस स्टीकर पर सबका साथ-सबका विकास, स्वच्छ काशी-सुंदर काशी लिखा है। इस स्टीकर को देखने के बाद जंगमबाड़ी बैरिकेङ्क्षडग पर होमगार्ड और ट्रैफिक पुलिस इन्हें नहीं रोकती है। चालक वाहन समेत गोदौलिया तक पहुंच जाते हैं। ऑटो चालकों से बातचीत में सामने आया कि स्टीकर के बदले ऑटो चालक कमाई का कुछ हिस्सा नेता के जरिए पुलिस को पहुंचाते हैं, जो लंबे समय से चल रहा है। नियमों के मुताबिक ऑटो व ई रिक्शा गोदौलिया तक नहीं जा सकते हैं। उन्हें रोकने के लिए सोनारपुरा चौराहे पर बैरिकेङ्क्षडग लगाई गई है। इसके बाद पांडेय हवेली फिर जंगमबाड़ी पर। कुछ ऑटो को मदनपुरा आटो स्टैंड से चलने की अनुमति दी गई है.
20 की जगह 30 रुपये लेते हैं प्रति सवारी
पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सवारी बनकर अस्सी के पास गोदौलिया जाने के लिए स्टीकर लगे ऑटो को रोका। ऑटो वाले ने प्रति सवारी 30 रुपये की डिमांड की। टीम ने प्रति सवारी 20 रुपये की बात कही तो ऑटो वाले ने कहा कि आपको सीधे गोदौलिया ले जाएंगे। बिना स्टीकर ऑटो आपको लेकर नहीं जा सकता है, क्योंकि सोनारपुरा पर पुलिस रोक देगी.
अगस्तकुंडा में बना है स्टैंड
गोदौलिया तक आने वाले स्टीकर ऑटो का स्टैंड भी बना है, जो तांगा स्टैंड से होकर जाने वाली गली में है। इस मुहल्ले को अगस्तकुंडा के नाम से जाना जाता है। गली में स्टीकर ऑटो लाइन से लगा रहता है, जो क्रम में गोदौलिया के आकर सवारी बैठाते हैं। लंका या अस्सी से गोदौलिया आने पर सवारी को छोड़कर सीधे ऑटो स्टैंड में जाकर खड़ा हो जाता है.
अक्सर लगता है जाम
सिर्फ वाराणसी नहीं आसपास के जिलों के लिए जंगमबाड़ी प्रमुख फर्नीचर बाजार है। यहां 50 से अधिक दुकानों है। फर्नीचर खरीदने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। मदनपुरा और जंगमबाड़ी के बीच बार्डर पर ई-रिक्शा ने स्टैंड बना लिया। इसके चलते अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। सकरी सड़क पर सुबह से लेकर रात तक 50 से अधिक वाहन बेतरतीब खड़े रहते हैं। किसी ने विरोध करने की कोशिश की तो एकजुट होकर मारपीट करने लगते हैं।
सभी ऑटो के लिए नियम एक है। गोदौलिया तक आने वाले स्टीकर ऑटो के सिंडिकेट की जांच एसीपी ट्रैफिक से कराई जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
विक्रांत वीर सिंह, डीसीपी टै्रफिक