वाराणसी (ब्यूरो)। गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में कंसलटेंसी से लेकर ट्रीटमेंट तक फ्री है। पब्लिक को राहत देने के लिए गवर्नमेंट ने पब्लिक प्लेसेस पर हेल्थ एटीएम की व्यवस्था कर दी, लेकिन जिम्मेदार अफसरों की वजह से अब यह हेल्थ एटीएम अनहेल्दी नजर आने लगे हैं। तीन मशीन लगाने की शुरुआत होने के बाद से अब तक शहर के कुल 23 स्थानों पर एटीएम से जांच की सुविधा देने का दावा हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से किया जा रहा है, लेकिन डिपार्टमेंट के इस दावे में कितनी सच्चाई है, यह पता लगाने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम जब सार्वजनिक स्थलों पर पहुंची तो कई जगह एटीएम का अता-पता नहीं था। जहां था भी तो वहां खराब मिला। सिर्फ पं। दीनदयाल उपाध्याय में लगा एटीएम अपडेट मिला। आइए जानते हैं क्या है हेल्थ एटीएम का हाल
स्पॉट-1: दुर्गाकुंड यूएचसी में इंटरनेट नहीं
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम गुरुवार दोपहर करीब एक बजे दुर्गाकुंड स्थित अर्बन स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। यहां कमरे में एटीएम मशीन रखी थी, लेकिन जब ऑपरेटर से जांच करने को कहा गया तो जवाब था, अभी इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, लिहाजा अभी इससे जांच नहीं हो पाएगी।
स्पॉट-2: स्टेशन पर मशीन नहीं
वाराणसी कैंट जंक्शन पर दो हेल्थ एटीएम लगे होने की जानकारी दी गई थी, लेकिन काफी खोजबीन करने के बाद भी यहां एक भी एटीएम नजर नहीं आया। इस बारे में जब स्टेशन पर बने हेल्थ सेंटर और स्टेशन डायरेक्टर के कर्मचारियों से पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि यहां कोई मशीन नहीं लगी है.
स्पॉट-3: डीएम ऑफिस में एटीएम नहीं
शुक्रवार को दोपहर करीब 12:30 बजे डीएम ऑफिस (राइफल क्लब) में भी काफी ढूंढने के बाद हेल्थ एटीएम दिखाई नहीं दिया। कर्मचारियों ने बताया कि यहां ऐसी कोई मशीन नहीं आई है।
स्पॉट-4: विकास भवन में सर्वर डाउन
करीब 1:30 बजे विकास भवन में भी एटीएम को ढूढऩे में मशक्कत करनी पड़ी। क्योंकि इसे पब्लिक के बीच न रखकर भवन के प्रथम तल पर लगाया गया है। ऑपरेटर जब जांच करने चला तो सर्वर फेल बताता रहा, जांच नहीं हुई। हो भी जाती तो रिपोर्ट नहीं मिलती, क्योंकि प्रिंटर में कॉटेज नहीं था। ऑपरेटर ने बताया कि मशीन को ठंडी जगह रखना होता है, इसलिए ऊपर लगाया गया है।
स्पॉट-5: डीडीयू में ऑपरेशनल
आईनेक्स्ट टीम शुक्रवार दोपहर 2:15 बजे पं। दीनदयाल स्थित महिला अस्पताल पहुंची। यहां ऑपरेटर ने 14 तरह की जांच कराई। महज 8 मिनट में जांच के साथ रिपोर्ट भी मिल गई। पूछने पर ऑपरेटर ने बताया कि यहां डेली 35 से 40 लोगों की जांच हो रही है। इनमें ज्यादातर महिलाएं ही हैैं।
सीएमओ ऑफिस के करीब हाल खराब
जिला स्वास्थ्य विभाग के कागज पर तो शहर के स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल समेत सार्वजनिक स्थलों पर कुल 23 हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। शहर के सबसे ज्यादा क्राउड वाले कैंट रेलवे स्टेशन, वाराणसी सिटी स्टेशन, रोडवेज बस डिपो कैंट, बनारस रेलवे स्टेशन, जिला महिला अस्पताल, एसएसपीजी, डीएम ऑफिस के अलावा सीएचसी, पीएचसी में इस हेल्थ एटीएम के लगे होने का दावा किया गया है, लेकिन पड़ताल में रेलवे स्टेशन, बस डिपो, डीएम ऑफिस तक में हेल्थ एटीएम नदारत रहा। वहीं, दुर्गाकुंड स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे एटीएम की ऐसी हालत तब है, जब बगल में सीएमओ ऑफिस है.
2022 में शुभारंभ
बता दें, अक्टूबर 2022 में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने हेल्थ एटीएम का शुभारंभ किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जिस तरह बैंक की एटीएम से चंद मिनटों में पैसे निकल जाते हैं, ठीक उसी तरह से हेल्थ एटीएम से मरीजों को अलग-अलग बीमारियों की पूरी जानकारी पांच से दस मिनट में मिल जाएगी.
56 तरह की होती है जांच
इस एटीएम में बीपी, शुगर, हीमोग्लोबिन, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में आक्सीजन की मात्रा, बॉडी मास इंडेक्स, मेटाबॉलिक एज, बॉडी फैट, डिहाइड्रेशन, पल्स रेट, मसल मास, वजन, खून संबंधी अलग-अलग जांच सहित 56 प्रकार की जांच शामिल हैं। यह पूरी तरह से फ्री है। जांच के बाद पांच से 10 मिनट में पेशेंट के मोबाइल पर भी रिपोर्ट मिलने की सुविधा है.
सभी सीएचसी, पीएचसी और सार्वजनिक स्थलों पर मशीनें हंै। स्टेशनों पर कर्मचारी इसे इधर-उधर करते रहते हैं। इस वजह से वह दिखाई नहीं दे रहा होगा। रही बात इंटरनेट न होने से एटीएम न चलने की तो इसमें नेट की कोई आवश्यकता नहीं है। जहां नहीं है वहां की जानकारी ली जाएगी.
डॉ। एके मौर्या, एसीएमओ व नोडल ऑफिसर ऑफ एटीएम