वाराणसी (ब्यूरो)। पर्यटक की दृष्टि से अप्रैल के महीने को ऑफ सीजन माना जाता है। बावजूद इसके काशी में श्रद्धालु और पर्यटकों का जबर्दस्त जमावड़ा है। गंगा किनारे ही नहीं, बल्कि शहर के ज्यादातर होटलों में कमरे नहीं मिल रहे हैं। होटल व गेस्ट हाउस के बाहर हाउसफुल व नोरूम का बोर्ड लग गया है। पर्यटकों की भीड़ के चलते श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती, गंगा घाट, सारनाथ, नमो घाट समेत सभी प्रमुख जगहों पर जबर्दस्त भीड़ उमड़ रही है। शुक्रवार, शनिवार व रविवार में 12 लाख से ज्यादा श्रद्धालु और पर्यटक काशी आए हैं.
मंगला आरती की लंबी वेटिंग
श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटकों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगला आरती की लंबी वेटिंग है। साथ ही संकट मोचन, कालभैरव, दुर्गा मंदिर में हर दिन सुबह से लंबी लाइन लग रही है। यही स्थिति सारनाथ में म्युजियम और लाइट एंड साउंड शो की है। काशी के राज परिवार का स्टेटस देखने के लिए रामनगर किला में भी भीड़ आ रही है, जिसमें प्रदेश के अलग-अलग शहरों के साथ ही देश-दुनिया के पर्यटक भी शामिल हैं। गंगा आरती में शामिल होने के लिए शाम चार बजे से ही दशाश्वमेध घाट पर आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। सीढ़ी पर बैठने की जगह तक नहीं होती है.
पर्यटकों ने गाड़ी में गुजारी रात
काशी आने वाले पर्यटकों की पहली प्राथमिकता गंगा के किनारे होटल में ठहराना है। वीकेंड में पर्यटक बढ़ जाते हैं। होटल में कमरों के लिए मुंहमांगी कीमत मिलती है। यही इस वीकेंड पर हुआ है, जो पर्यटक काशी आए, उन्होंने रुककर दर्शन-पूजन किया। गंगा घाटों का भ्रमण किया। नौका विहार के साथ ही क्रूज से गंगा आरती देखी। पर्यटक काशी की प्राचीनता जानने और घूमने के लिए टूर ऑपरेटरों की मदद ले रहे हैं। इससे ट्रेवेल्स की गाडिय़ों की मांग बढ़ी है। शनिवार की देर शाम शहर आने वाले पर्यटकों को जब होटल, गेस्ट हाउस में कमरे नहीं मिले तो उन्होंने ने अपनी-अपनी गाडिय़ों को ही आशियाना बना लिया। गाडिय़ों को सुरक्षित स्थान पर खड़ा किया और आराम करने लगे। रविवार की सुबह दर्शन-पूजन किया, फिर अपने-अपने गंतव्य स्थल के लिए रवाना हो गए.
पर्यटकों में साउथ इंडियन की संख्या ज्यादा है। गर्मी के दिनों में गंगा आरती में जबर्दस्त भीड़ रहती है। हालांकि इन दिनों उम्मीद से ज्यादा पर्यटक गंगा आरती में शामिल हो रहे हैं।
सुशांत मिश्रा, अध्यक्ष, गंगा सेवा निधि
काशी में पर्यटकों की पहली पसंद बन चुकी है। पर्यटक अस्सी घाट, सारनाथ और नमो घाट के आसपास होटल, गेस्ट हाउस में रहना पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि लगातार भीड़ बढ़ रही है.
राहुल मेहता, अध्यक्ष, टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन
अप्रैल में ही पर्यटकों की भीड़ आ रही है। काशी आने वाले पर्यटकों की पहली प्राथमिकता गंगा के किनारे होटल में ठहराना है। भीड़ की वजह से घाट किनारे होटल मिलना मुश्किल है। शहर के होटल भी हाउसफुल है.
शोभित अग्रवाल, होटल ओनर
अप्रैल में क्रूज की बुकिंग फुल हैं। गंगा में क्रूज पर सवारी करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गंगा घाट किनारे पैदल से अच्छा लोग अब क्रूज पर ज्यादा घूमने पसंद कर रहे हैं। आने वालों की समय में डिमांड और बढ़ेगी.
विकास मालवीय, क्रूज मालिक