वाराणसी (ब्यूरो)पिछले दो दिन तक सामान्य ठंड ने एक बार फिर अपना विकराल रूप दिखा दिया हैबुधवार शाम को चली बर्फीली हवाओं से ऐसी ठंडक बढ़ी कि पूरी काशी कांपने लगीजहां पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार की सुबह आसमान में देर तक बादल छाए रहे, वहीं दोपहर में धूप निकलने के बाद भी ठंड का असर कम नहीं हुआतापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गईअधिकतम तापमान 19.2 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जोकि अभी नार्मल हैएवरेज टेम्प्रेचर की बात करते तो ये 14.35 है, जोकि बॉडी टेम्प्रेचर से 22.5 डिग्री से कम हैबीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोएसएन पांडेय के अनुसार अगले तीन चार दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगीगलन के साथ ठिठुरन भी बढ़ गई है। 12 किमी की रफ्तार से हवाएं भी चल रही हैइसकी वजह से गलन बढ़ गई है

हो सकती है बारिश

पश्चिमी विक्षोभ के चलते आने वाले बादल फिर से बारिश का क्रम आरंभ कर सकते हैंकोहरे की धुंध और गलन शीतलहर का रूप ले सकते हैंमौसम विज्ञानी बताते हैं कि शुक्रवार को भी घना कोहरा छाया रहेगाअगले सप्ताह आसमान साफ होने के बाद शीतलहर चल सकती हैमौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को घने कोहरे की वजह से जनजीवन प्रभावित रह सकता हैधूप निकलने के आसार कम ही हैतेज हवा की वजह से गलन और भी बढ़ सकती हैऐसे मौसम में लोगों को बचकर रहने की सलाह दी जा रही है.

लोगों को हुई परेशानी

इधर गुरुवार को भी भोर से सुबह देर तक आसमान में घना कोहरा छाए रहने की वजह से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। 11 जनवरी से सभी स्कूल खुल तो गए थे, लेकिन ठंड और गलन की वजह से ज्यादातर पैरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज करते रहेअगर ऐसे ही ठंड का प्रकोप जारी रहा तो एक बार फिर स्कूल बंद होने की संभावना बनती दिखाई दे रही हैजानकारों की माने तो मकर संक्रांति तक राहत मिलने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है

मैक्सिमम टेम्प्रेचर 19.2 डिग्री होने से गलन बढ़ गई हैन्यूनतम तापमान 9.5 तक पहुंच चुका हैहवा की रफ्तार भी 12 किमी हैबर्फीली हवा चलने की वजह से लोगों को ठंडी का एहसास बहुत ज्यादा हो रहा हैइसे शीतलहर भी कह सकते हैअभी आगे भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा.

प्रोएनएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक