वाराणसी (ब्यूरो)। आईआईटी बीएचयू में एक नवंबर की रात छात्रा से छेड़छाड़ और जबरदस्ती कपड़े उतरवा कर किस करना और फिर गैंगरेप की घटना के चलते वाराणसी से लेकर दिल्ली तक बवाल मचा था, लेकिन शनिवार को इंटरनेशनल हॉस्टल में हुई घटना से देश ही नहीं, बल्कि विदेश में बीएचयू की इमेज प्रभावित हुई है। बीएचयू में गुड एनवायरमेंट को लेकर विवि प्रशासन की ओर से काउंसिलिंग कराई जाती है। कोआर्डिनेशन सेल भी छात्राओं से लगातार संपर्क में रहता है। बावजूद इस तरह की यूनिक घटना ने बीएचयू की साख पर दाग लगा दिया है। बीएचयू प्रशासन ने अब स्टूडेंट्स की साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग कराने की योजना बनाई है।
यह है पूरा मामला
बीएचयू कैम्पस में नेपाली मूल की छात्रा के आपत्तिजनक वीडियो को वायरल करने का मामला सामने आया है। अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में रहने वाली नेपाली छात्रा ने अपने रूममेट का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे विदेश में रहने वाले अपने बॉयफ्रेंड को भेज दिया.
सुसाइड की कोशिश
वीडियो वायरल होने की जानकारी जैसे ही दूसरी छात्रा को हुई, उसके बाद छात्राओं के बीच मारपीट भी हुई। यही नहीं दोनों छात्राओं ने सुसाइड करने की भी कोशिश की। पहले दोनों ने सुसाइड नोट लिखा। उसके बाद दोनों ने सुसाइड करने का प्रयास किया। आनन-फानन में छात्रावास की अन्य छात्राएं मौके पर पहुंचीं और दोनों को समझा बुझाकर मामले की शिकायत वार्डन से की, जिसके बाद वार्डन ने इसकी जानकारी चीफ प्रॉक्टर को दी।
छात्रावास से निष्कासित
कृषि विज्ञान संस्थान की पीडि़ता छात्रा ने इसकी शिकायत चीफ प्राक्टर कार्यालय में की तो जांच में मामला सही निकला। बीएचयू ने आरोपित छात्रा को छात्रावास से निष्कासित कर दिया। निष्कासित छात्रा के परिजन विश्वविद्यालय पहुंचे तो दोनों छात्राओं में समझौता तो हो गया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने निष्कासन वापस नहीं लिया.
दो सदस्यीय कमेटी ने इस मामले की जांच की है। जांच में नेपाली छात्रा के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं। उसने छात्रा का वीडियो बनाया था, इस बात पर उसे निष्कासित भी कर दिया गया है। परिजनों की मौजूदगी में लिखित समझौता कराया गया है.
डॉ। शिव प्रकाश सिंह, चीफ प्राक्टर
यह यूनिक घटना है। इसे लेकर बीएचयू प्रशासन गंभीर है। गुड एनवायरमेंट को लेकर काउंसिलिंग कराई जाती है। अब स्टूडेंट्स का साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग कराने की योजना है। त्योहार बार यह प्रक्रिया शुरू होगी.
अनुपम मीना, बीएचयू डीन ऑफ स्टूडेंट
पहले भी हुए विवाद
19 फरवरी 2024 : चार वाहन से दबकर हुई युवक की मौत के बाद बीएचयू में जमकर बवाल हुआ था। छात्रों को कंट्रोल में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था। इस उपद्रव के मामले में 12 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ लंका थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। एहतियातन सिंह द्वार के पास पीएसी और पुलिस तैनात की गई थी.
3 मार्च 2023 : होली के चंदे को लेकर छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। बवाल और विवाद इतना बढ़ा कि बिरला चौराहे पर पथराव भी शुरू हो गया था। होली से पहले बीएचयू में हुए इस बवाल से कैंपस का माहौल गरम हो गया था। बवाल और पथराव में 4 स्टूडेंट्स को चोंट भी आई थी।
1 अप्रैल 2022 : बीएचयू में वर्चस्व को लेकर दो छात्र गुटों में जमकर मारपीट हो गई थी। इस मारपीट में 5 छात्र घायल हो गए। कैंपस के खेल ग्राउंड से शुरू हुआ बवाल फिजिकल डिपार्टमेंट वर्सेज हॉस्टल के बीच तब्दील हो गया था। हंगामा बढ़ते देख कर कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई थी।