वाराणसी (ब्यूरो)। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) जगन्नाथ ने पिपराइच में ढाई साल पहले हुए बदमाश विपिन सिंह के एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों और प्रापर्टी डीलर पर हत्या, हत्या का प्रयास आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। विपिन सिंह की मां ने सीजेएम कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में तत्कालीन सीओ प्रवीण सिंह, थानाध्यक्ष मनोज राय, प्रापर्टी डीलर छोटू प्रजापति और उसके साथियों पर आरोप लगाया था कि इन लोगों ने साजिश रचकर उसके बेटे की हत्या की है। न्यायालय ने सभी आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश दिए हैं। एनकाउंटर में शामिल रहे सीओ प्रवीण सिंह इस समय वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के भेलूपुर में एसीपी हैं, जबकि तत्कालीन गुलरिहा थानेदार मनोज राय महराजगंज में तैनात हैं.
पुलिस ने दर्शाई थी जवाबी कार्रवाई
नौ जून 2020 को पिपराइच के जंगल छत्रधारी में हुई पुलिस मुठभेड़ में शाहपुर के पादरी बाजार निवासी विपिन सिंह को गोली लगी थी। मेडिकल कालेज ले जाते समय विपिन की मृत्यु हो गई। पुलिस का कहना था कि विपिन सिंह अपने साथियों संग प्रापर्टी डीलर छोटू प्रजापति व उसके साथियों की हत्या करने आया था। घेराबंदी करने पर वह फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लग गई, जिसमें उसकी मृत्यु हो गई.
प्रापर्टी डीलर पर लगाया था आरोप
विपिन सिंह की मां ने सीजेएम कोर्ट में दी अर्जी में बताया कि उसके बेटे को फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजा गया। वह जमानत पर छूटकर अपने काम में लगा था। घटना के दिन वह अपने साथी को बाइक से छोडऩे उसके गांव जंगल छत्रधारी गया था। रास्ते में छोटू प्रजापति ने देख लिया और साथियों संग मिलकर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो लोगों को गोली लगी थी। विपिन जान बचाने के लिए भागा तो पुलिस टीम व छोटू प्रजापति ने उसे घेरकर गोली मार दी। क्राइम ब्रांच व गुलरिहा थाना पुलिस ने प्रापर्टी डीलर छोटू प्रजापति से सांठगांठ कर उसके बेटे की हत्या की है। सीजेएम ने गुलरिहा थाना पुलिस को आदेश दिया है कि आरोपितों के विरुद्ध हत्या, हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर विवेचना करें.