वाराणसी (ब्यूरो)विजयादशमी पर बनारस में इस बार जोरदार आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले का दहन किया जाएगाबरेका में 75 फीट का रावण का पुतला तैयार हो रहा हैहर बार की तरह इस बार भी यह जिले का सबसे बड़ा पुतला होगाइस बार 24 अक्टूबर को काशीवासी मिलकर दशहरा के पर्व को धूमधाम से मनाएंगेबरेका दशहरा मेला में तकरीबन एक घंटे तक अद्भुत आतिशबाजी का नजारा देखने को मिलता है.

तैयार करने में लगे हैैं कारीगर

हर बार की तरह इस बार भी दशहरा पर्व को काशीवासी धूमधाम से मनाएंगेआतिशबाजी से भरा यह त्योहार बुराई से अच्छाई की जीत का प्रतीक हैअभी आने में इसको लगभग 1 महीने के समय बाकी है। 24 अक्टूबर को होने वाले आयोजन के लिए कारीगर सुबह से शाम तक रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले को आकार देने में लगे हुए हैंइस बार दशहरा के मौके पर बनारस का सबसे बड़ा रावण का पुतला बरेका में जलाया जाएगासाथ ही मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी विशाल होंगेपूरा दिन कारीगर पुतलों को आकार देने में लगे हुए हैं। 10 सिर वाले दशानन को बहुत सुंदरता के साथ तैयार किया जाएगा, इसके लिए कारीगर पूरा दिन जुटे हुए हैं.

सभी के मन में उत्साह

सभी के मन में दशहरा को लेकर बहुत उत्साह होता है और सभी के मन में यह सवाल होता है कि इस बार सबसे बड़ा रावण का पुतला कहां जलाया जाएगातो आपको बता दें कि इस बार रावण का सबसे बड़ा पुतला 75 फीट का बरेका में जलेगाबरेका में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले तैयार होने लगे हैैंइस बार 75 फीट का रावण का पुतला तैयार किया जा रहा हैसाथ ही कुंभकर्ण 65 और मेघनाद का पुतला 60 फीट ऊंचा होगा.

सुबह से रात तक निर्माण

कारीगर सुबह 8 बजे से पुतले के निर्माण में लग जाते हैं और यह सिलसिला रात 9 बजे तक चलता रहता हैदोपहर के समय कारीगर खाना खाने के लिए अपने काम को थोड़ी देर रोकते हैं और फिर उसके बाद पुतले के निर्माण कार्य में लग जाते हैं.

मुंह बनकर हुआ तैयार

मंडुआडीह निवासी कारीगर शिवनाथ बताते हैं कि यहां पर बनारस का सबसे बड़ा रावण का पुतला तैयार किया जाता हैसुबह से वह अन्य कारीगरों के साथ मिलकर पुतलों के निर्माण कार्य में लग जाते हैंशिवनाथ और अन्य कारीगरों को रावण और अन्य पुतलों के निर्माण के लिए पर कारीगर 20 हजार की राशि दी जा रही हैशिवनाथ बताते हैं कि रावण का मुंह बनकर तैयार हो गया हैलगातार वह और बाकी कारीगर मिलकर पुतलों को तैयार करने में जुटे हुए हैंइस बार बनारस में विजयादशमी के दिन जोरदार आतिशबाजी के साथ रावण दहन होगा.