वाराणसी (ब्यूरो)। Sawan 2023: सावन मेले में बनारस का हर मोहल्ला, क्षेत्र, मंदिर मठ और सड़कों पर कांवरियों की भीड़ रहती है। यात्रा के दौरान कांवरिये सड़क और पार्क में आराम करते हैं। इसलिए शहर के 96 पार्क, 40 सड़कें और नगर निगम के सभी भवनों को सौर ऊर्जा से जगमग किया जाएगा। सोलर सिटी परियोजना के तहत चार चरण में काम होने हैं। पहले चरण के काम के लिए नगर निगम ने उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण यूपी नेडा को पांच करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। बता दें कि शासन की ओर से अगले पांच वर्षों में काशी को सोलर सिटी घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में यूपी नेडा शहर में बिजली खपत के 10 फीसदी हिस्से को सौर ऊर्जा आधारित करेगा। अगले तीन चरणों में इसे 50 फीसदी तक पहुंचाया जाएगा। यूपी नेडा ने अप्रैल में निगम से इस परियोजना के तहत प्रस्ताव मांगा था।

पहले चरण में होंगे यह काम

नगर निगम की ओर से दिए गए प्रस्ताव में शहर के बड़े पार्क जैसे शहीद उद्यान, कपनी गार्डन, बेनियाबाग आदि में सोलर लाइटें लगाई जाएंगी। साथ ही निगम की 40 सड़कों पर सोलर स्ट्रीट लाइटों से जगमग किया जाएगा।

सौर ऊर्जा नीति के तहत होगा काम

बनारस को सोलर सिटी बनाने का काम उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति 2022 के तहत किया जाएगा। प्रदेश सरकार और ऊर्जा स्रोतों से बिजली उत्पादन को बढ़ावा दे रही है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षों में 22 हजार मेगावाट उत्पादन क्षमता हासिल करना है।

तीन साल बाद शुरू होगा अगला चरण

काम चार चरणों में पूरा होगा। पहले चरण के काम के तीन वर्ष बाद दूसरे चरण का काम होगा। इसमें नगर निगम के अलावा वाराणसी विकास प्राधिकरण के भवनों, पार्कों आदि को भी शामिल किया जाएगा।

नगर निगम ने योजना के तहत पहले चरण का काम कराने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। पहले चरण में पांच करोड़ रुपये के काम होंगे। जुलाई महीने से काम शुरू होगा।

प्रेम प्रकाश सिंह, परियोजना अधिकारी नेडा