वाराणसी (ब्यूरो)। आग से लडऩे के पर्याप्त इंतजाम नहीं करने वाले 88 होटल, लाज व गेस्ट हाउस सील होंगे। इसके लिए फायर ब्रिगेड की ओर से मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। वहां से अनुमति मिलते ही सील करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
की गई है जांच
मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद ङ्क्षसह राजपूत के अनुसार शहर के तीन सौ से अधिक होटल, लाज व गेस्ट हाउस की जांच की गई है। इनमें से 88 ऐसे मिले जिनमें आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। यह सभी कैंट व इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में मौजूद हैं। इनमें से ज्यादातर में अंडर ग्राउंड टैंक, आग लगने के दौरान बाहर निकलने का रास्ता नहीं था। कई होटल ऐसे मिले जिनमें फायर फाइङ्क्षटग सिस्टम सिर्फ नाम मात्र का लगाया गया था.
नहीं थे फायर अलार्म
किसी आपात स्थिति में बचाव के लिए इनका उपयोग नहीं किया जा सकता था। कहीं फायर अलार्म नहीं थे तो कहीं फायर एक्सङ्क्षटग्विशर नहीं। यहां इतनी जगह भी नहीं थी कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी वहां तक पहुंचे और आसानी से लौट सके। जांच के बाद सभी ङ्क्षबदुओं की जानकारी देते हुए इन्हें नोटिस देकर कमियों को दूर करने का निर्देश दिया गया था.
बचाव का इंतजाम नहीं
इसके बावजूद सभी 88 होटल, लाज, गेस्ट हाउस ने किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने आग से बचाव का पर्याप्त इंतजाम नहीं किया। इस पर उनकी सूची बनाते हुए लखनऊ स्थित फायर ब्रिगेड के मुख्यालय को पत्र भेजकर इनको सील करने की अनुमति मांगी गई है।
सैलानी खतरे में
मुख्य अग्निशमन अधिकारी का कहना है बनारस में बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। उनमें से ज्यादातर कैंट, इंग्लिशिया लाइन स्थित होटल, लाज, गेस्ट हाउस में ठहरते हैं। इन जगहों पर आग से बचाव का इंतजाम ना होना बेहद खतरनाक है। होटलों में पहले भी आग की वजह से कई हादसे हो चुके हैं.