वाराणसी (ब्यूरो)आधुनिकता के ओर बढ़ रहे वैश्विक कदम की ओर बनारस भी कदम से कदम ताल मिलाकर पूरी मजबूती के साथ बढ़ रहा हैइसी बीच आधुनिक पीढ़ी के बीच आजकल रिश्तों से ज्यादा मोबाइल की अहमियत हो गई हैव्यक्ति को सुबह के जगने से लेकर रात के सोने तक बस मोबाइल की ही आवश्यकता होती हैउसकी पूरी जीवनशैली ही मोबाइल पर निर्भर हो गई हैऐसे में शहर के अंदर मोबाइल के ट्रायंगल के कारण बने बनाए रिश्तों के बीच दरार आने के मामले में काफी इजाफा होता चला जा रहा हैयही नहीं लोग अब मोबाइल की वजह से अपनों से दूर होते चले जा रहे हैंऐसे में वूमेन सेल की डीसीपी ममता रानी का कहना है कि आजकल हम लोगों के यहां जो फैमिली विवाद के मामले आ रहे हैं, उनमें से 80 प्रतिशत मोबाइल की वजह से उपजे विवाद होते है.

80 फीसदी मामलो में विवाद की वजह है मोबाइल

महिला थाना के आंकड़े को ध्यान में रखकर बात करे तो इनमें से 80 फीसदी जो भी मामले आ रहे है वो मोबाइल की वजह से उपजे विवाद के कारण होते हैंपहले तो महिला थाना का प्रयास होता है कि इन मामलों को स्वत: काउंसिलिंग के माध्यम से निपटारा कर देंजब मामले काफी जटिल हो जाते हैं और वे काउंसिंिलग की मदद से नहीं साल्व होने वाले होते हैं तो उन्हें न्यायालय की तरफ हस्तांरित कर दिया जाता है.

मोबाइल से नजदीकी नहीं दूरी और विवाद

महिला थानों के आंकड़ों को ध्यान में रखकर बात की जाये तो दंपति मोबाइल होने की वजह से एक दूसरे को समय नहीं दे पाते हैंऐसे में उनके द्वारा मोबाइल पर ज्यादा वक्त बिताया जाता है, वहीं से परिवार के बीच दूरी बननी शुरू हो जाती हैयहां पर महिला का कहना होता है कि पति मोबाइल में व्यस्त में रहते हैं और परिवार की जरूरतों को नजरअंदाज करते हैंइससे वह परिवार पर ध्यान नहीं रख पाते हैं और फिर विवाद शुरू हो जाता हैयही नहीं पवित्र संबंधों के बीच शक की गुंजाइश भी बढऩे लगती है और फिर ये शक विवाद का रूप ले लेता है.

मोबाइल दे रहा शक को बढ़ावा

परिवार में एक तरफ जहां लोगों की जरूरत मोबाइल होती चली जा रही हैवहीं इसी मोबाइल के कारण पति पत्नी के बीच शक की सूई भी तेज होती चली जा रही हैइतना ही नहीं पिछले मामलों के काउंसंिलग के दौरान देखा गया है कि इसकी वजह से दोनों संबंधों के बीच इगो की पराकाष्ठा होती जाती है, जिसके कारण संबंधों में दरार दिखनी लगती है.

मोबाइल के कारण चार तरीके के मामले आ रहे है सबसे ज्यादा

1-शादी विïवाह को पवित्र और नैतिक बंधन माना गया हैलेकिन मोबाइल के ज्यादा उपयोग के कारण दोनों मियां-बीवी के शक पहिया बारी बारी से एक दूसरे एक ऊपर घूमता हुआ दिखाई देता है जो बाद में जटिल विïवाद का रूप ले लेता है.

2-आजकल देखा जा रहा है कि महिला थानों में काउसलिंग के दौरान दंपतियों के बीच विवाद की वजह सबसे ज्यादा खासतौर पर मोबाइल हो गया हैजहां पर ज्यादातर केसेज में पति पत्नी के बीच झगड़े की मूल वजह शक होता हैइसमें मोबाइल पर बात करने और मोबाइल से चैट करने का शक सबसे ज्यादा होता है.

3-आजकल देखा जा रहा है कि परिवार वाले बहू से तो खुश हैं पंरतु पति को उसकी आदतों से नफरत सी होने लगी हैपति को ज्यादातर नफरत पत्नी के द्वारा ज्यादा मोबाइल का प्रयोग करने की वजह से हो रही हैऐसे में महिलाएं भी मोबाइल पर बात करना छोडऩे को राजी नहीं होती है और विवाद उत्पन्न हो जाता है.

2022 में मोबाइल की वजह से उत्पन्न विवादित मामले

कुल मामले-690

सुलह समझौते से निपटारित मामले-490

मुकदमा के हवाले-67

फालोअप के बीच अटके मामले-133

पति और पत्नी को रिश्ते की डोर को समझते हुए उसकी पवित्रता को बरकरार रखना चाहिएसबसे खास बात एक-दूसरे को समय देते हुए उनके मनोभावों को समझना चाहिए और हर सुख-दुख में साथ मिलकर चलना चाहिए,

ममता रानी, डीसीपी, वूमेन सेल