वाराणसी (ब्यूरो)। स्वच्छ भारत मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री के गोद लिए सांसद आदर्श गांव जयापुर, नागेपुर समेत 367 ग्राम पंचायतों के 550 राजस्व गांवों को माडल बनाया जाएगा। मिशन निदेशक की ओर से गांवों की सूची जारी कर दी गई है। इन सभी गांवों की कार्ययोजना तैयार कर भेजने का निर्देश है। चयनित गांवों में ठोस और तरल कूड़ा प्रबंधन (एलएलडब्ल्यूएम-सालिड एवं लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट) पर कार्य होंगे। साथ ही पर्यटन की दृष्टि से संवारा जाएगा.
दस प्रमुख मानक पर कार्य होंगे
स्वच्छता मिशन के तहत खुले में शौच से मुक्ति अभियान की सफलता के बाद अब गावों में दूसरे चरण में कार्य हो रहा है। इसमें सर्वाधिक जोर है सूखे कूड़े का उठान व निस्तारण तथा खुली नालियों को बंद कर इस जल का खेती में उपयोग आदि। दस प्रमुख मानक पर कार्य करने पर जोर दिया गया है.
गांवों में ये कार्य होंगे
-घरों पर सूखे व गीले कूड़े को अलग-अलग करने के लिए जागरूक करना, डस्टबिन उपलब्ध कराना।
-घर-घर से कूड़े के उठान की व्यवस्था।
-कूड़ा उठान के लिए ई-रिक्शा का क्रय।
-कूड़ा एकत्रित करने के लिए केंद्र का निर्माण
-केंद्र पर कूड़ा अलग करने की व्यवस्था
-ग्रे वाटर (सामान्य गंदा पानी) के ट्रीटमेंट की व्यवस्था
-सेफ्टिक टैंक व सोख्ता गड्ढा को खाली करने की व्यवस्था
-कूड़े से खाद बनाना व बिक्री से पंचायत की आमदनी बढ़ाना।
-पर्यटन की दृष्टि से सजाना व संवारना।
पिछले साल के चयनित 73 गांवों में कार्य पूर्ण नहीं
जिले में वित्तीय वर्ष 2022-23 में चयनित 73 गांवों में इस मिशन के तहत अभी कार्य हो रहा है। लगभग 15 करोड़ से इन गांवों में कार्य मूर्त रूप ले रहा है। हालांकि अभी तक सभी गांवों में कार्य पूर्ण नहीं हुआ है.
पंचायतों से कार्ययोजना मांगी गई है। कार्ययोजना के बाद इस मिशन पर शीघ्र कार्य होगा.
हिमांशु नागपाल, मुख्य विकास अधिकारी