वाराणसी (ब्यूरो)। शहर में 11 से 13 जून तक जी-20 की दूसरी मीटिंग होने वाली है। इससे पहले धर्म-अध्यात्म के साथ कला और संस्कृति की राजधानी वाराणसी में हरियाली को बचाए रखना नगर निगम के लिए चुनौती का सबब बनता हुआ दिखाई दे रहा है। पहली मीटिंग के दौरान शहर की सुंदरता को निखारने के लिए जो रंग रौनक के साथ ग्रीनरी लगाई थी, उसके रंग और कलेवर अभी से हवा-हवाई होते दिखाई दे रहे हैं.
ग्रीनरी पर ग्रहण
शहर में ग्रीनरी का एहसास कराने के लिए नगर निगम प्रशासन की तरफ से जगह-जगह गमले लगाए गए थे। विडंबना यह है कि देखरेख के अभाव में गमले ही फूट गए हैैं। जानकारी के अनुसार करीब 50 गमले फूट गए हैैं। बड़ी बात यह है कि 650 गमलों में लगे पौधे भी सूख गए हैैं। यही नहीं शहर की प्रमुख सड़कों के रोड डिवाइडरों पर जाली लगवाते हुए ग्रीनरी वाले गमले लगाये गए थे। डिवाइडरों के सेंंटर प्वाइंट पर भी जाली का प्रयोग करते हुए बीच में थोड़ी सी उंचाई पर गमले में पौधे लगाए गए थे। ऐसे में शहर के सिगरा से लेकर नदेसर होते हुए चौकाघाट से मकबूल आलम रोड होते हुए पुलिस लाइन के चौराहे के बीच से गमले ही गायब हो गए हैं। साथ ही जो गमले बचे भी हैं, उनमें लगे पौधे भी मुरझा गए हंै.
फट गए फैंसी शिव वाले पोस्टर
नदेसर से होकर जाने वाले कचहरी रोड पर वरुणा पुल के दोनों तरफ काशी और अध्यात्म की छटा को दिखाते हुए फ्लैक्स पोस्टर लगाये गये थे। जिन पर वेलकम इन काशी के साथ ही शिव के पोस्टर के साथ कई सारी सुंदर चित्रों का वर्णन किया गया था। अब हाल यह है कि यह पोस्टर पूरी तरीके से फट गया है।
क्या सुंदरता सिर्फ जी-20 की मीटिंग तक ही?
लोगों का कहना है कि पहली बार सौंदर्यीकरण के दौरान ही काशी इतनी ज्यादा अद्भुत दिखाई देनी लगी थी कि चहुंओर प्रशंसा होने लगी थी। ऐसे में लोगों का सवाल है कि अगर ऐसे रहा तो प्रशासन जी 20 को देखते हुए सुंदरीकरण करायेगा और इसके बाद दोबारा काशी वैसी ही फिर से दिखाई देनी लगेगी। ऐसे में लोगो के द्वारा यह मांग की जा रही है कि प्रशासन सौंदर्यीकरण के बाद उसकी देखभाल भी उचित कराए।
एक नजर सौंदर्यीकरण पर
शहर के विभिन्न रूटों पर- 1 लाख गमले
सिर्फ डिवाइडर पर- 5 हजार गमले
फ्लाईओवर पर- 12 हजार गमले
चौराहों पर- 3500 गमले
जी-20 के सौंदर्यीकरण कार्य को संभालने वाली एजेंसी को निर्देशित किया है कि एक बार फिर से रूटों का निरीक्षण करते हुए कार्य करवाया जाए। साथ ही किसी भी अराजक तत्व के द्वारा कोई हानि पहुंचाते हुए देखा जाए तो संबंधित थाने में तत्काल उसके विरुद्ध एफआईआर कराई जाए.
अजय कुमार राम, समन्वय प्रभारी, जी-20 कार्यक्रम