वाराणसी (ब्यूरो)। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव अयोध्या के साथ काशी में भी धूमधाम से मनाया गया। हर कोई भगवान राम के दर्शन करने को उत्सुक था, पर 22 जनवरी को अयोध्या में मंदिर जाने की अनुमति लोगों को नहीं थी। इसके चलते लोगों ने अपना अयोध्या जाने का प्लान कैंसल कर दिया था, पर अब हर कोई रामलला के दर्शन कर सकता है। इसके लिए लोग ट्रेन छोड़कर बस का सहारा ले रहे हैं। ट्रेन लेट तो हो रही है। साथ ही रिजर्वेशन भी नहीं मिल रहा है और भक्त जल्दी से जल्दी भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं। इसलिए वह 23 की सुबह से ही अयोध्या जाने के लिए निकलने लगे थे.
50 बसें गईं अयोध्या
अयोध्या जाने के लिए काशी वासी इतने उत्सुक हैं कि 22 जनवरी की मध्यरात्रि के बाद से ही लोगों ने बसों से अयोध्या जाना शुरु कर दिया था। 12 घंटों मेंं 50 बसों ने अयोध्या की ओर अपना सफर तय किया। सभी के मन में रामलला से मिलने की इतनी उत्सुकता थी कि लोगों से एक दिन का इंतजार भी नहीं हुआ और 22 जनवरी की मध्यरात्रि से ही अयोध्या पहुंचने लग गए थे.
1600 सौ लोगों ने किया सफर
एसी और नॉन एसी बसों को मिला कर 12 घंटों में 50 बसें अयोध्या की ओर गईं। इसमें 1600 लोगों ने अयोध्या की ओर अपने सफर को पूरा किया। एआरएम एके सिंह ने जानकारी दी कि लोगों में अयोध्या जाने की उत्सुकता इतनी है कि 22 जनवरी के बाद जैसे ही लोगों को मंदिर जाने की अनुमति मिली, वैसे ही सब रात से ही बस स्टेशन पर अयोध्या जाने के लिए आने लगे। बस स्टेशन में भीड़ का कारण लेट ट्रेन भी है। घंटों ट्रेन लेट और कैंसल हो जाने के कारण भी लोग बसों का सहारा ले रहे हैं।
अयोध्या जाने की ट्रेन लेट
अयोध्या जाने के लिए जिन लोगों ने अयोध्या या किसी और शहर का ट्रेन से रिजर्वेशन कराया था, उनको परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे के कारण घंटों लेट हो रही ट्रेन यात्रियों की रात स्टेशन पर ही कटवा रही है। अयोध्या जाने वाली 22426 वंदे भारत एक्सप्रेस 5 घंटे लेट रही वहीं 22425 अयोध्या छावनी-आंनद विहार 4 घंटे तक लेट रही। इसके साथ अन्य शहरों की ट्रेन भी 20 घंटे तक लेट रही.
राम मंदिर में दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ रोडवेज में अयोध्या जाने के लिए जुट रही है। लेट ट्रेन के कारण भी लोग बसों का सहारा ले रहे हैैं.
एके सिंह, एआरएम सिटी बस