वाराणसी (ब्यूरो)। शहर मेें जी-20 को लेकर महज 60 दिन के समय बचे हुए हंै। ऐसे में शहर के तमाम विभागों की कार्ययोजना के बाद अब उनको अमलीजामा पहनाने के लिए कार्य किया जा रहा है और नए-नए प्लान इंप्लीमेंट किए जा रहे हैं कि आखिर कैसे विदेशों के आये हुए राष्ट्राध्यक्षों को काशी की खूबसूरत छटा से अवगत कराया जाए। इस दिशा में महती भूमिका निभाने का काम शहर के पीडब्ल्यूडी की तरफ से है। पीडब्ल्यूडी की तरफ से जी 20 के मेहमानो के लिए खास तोहफा देने और उन्हें बनारस की सड़कों पर स्मूथ सफर का एहसास कराने के लिए 46 करोड़ की लागत से 45 सड़कों का कायाकल्प किया जायेगा। कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए वार मोड में वर्क होगा। इन सड़़कों पर पूरी तरीके से चमचमाती सड़क का कलेवर दिया जायेगा, जिससे लोगों को खूबसूरत सफर का अहसास हो सके.
हटेंगे हर प्रकार के अवरोधक
पीडब्ल्यूडी की कार्ययोजना में चयनित हुई 45 सड़कों का पूरी तरीके से कायाकल्प करने की योजना है। इन सड़कों से विभाग की तरफ से हर प्रकार के अवरोधक को हटाया जायेगा। इसी के साथ इन सड़कों के किनारे वाले हिस्सों पर मौजूद अवरोधकों को हमेशा के लिए दूर करने का प्रयास किया जायेगा, जिससे लोगों को आरामदायक और स्मूथ सफर का अहसास मिलेगा.
18 प्रकार के अवरोधक होंगे दूर
विभाग का कहना है कि जो सड़कें सेलेक्ट हुई हैं, उन पर पूर्व में पीडब्ल्यूडी और अन्य विभागों की तरफ से तमाम प्रकार की अवरोधक की संख्या कई प्रकार की हो गई है। सड़कों के सफर में बाधा उत्पन्न करने के लिए इन सड़कों पर स्थानीय नागरिकों की तरफ से भी कई प्रकार के अवरोधकों को बना दिया गया है। ऐसे में विभाग की तरफ से प्रयास किया जा रहा है कि इन सभी प्रकार के अवरोधकों को दूर करके स्मूथ सफर का अहसास दिलाया जा सके.
8 एक्सईएन की टीम ने किया सर्वे
जी-20 सम्मेलन के दौरान जिन सड़कों से मेहमानों का अधिक गुजरना होगा उन सभी सड़कों का सर्वे किया गया है। इन सड़कों पर सर्वे कराने के लिए पीडब्ल्यूडी की तरफ से 8 एक्सईएन और 12 आपरेटर और 2 सर्विंलास हैैंडलर की टीम लगाई गई थी। जिनके द्वारा इलेक्ट्रिानिक उपकरणों का प्रयोग करते हुए इन सड़कों का सर्वे किया गया है और हर प्रकार के अवरोधक को दूर करते हुए सड़कों को एक लेवल में लाने के लिए कार्य किये जाने हंै, जिससे सफर के दौरान सड़कों के ऊपर से वाहनों के अप डाउन होने की संभावना कम हो जाये.
सड़कों पर लगेंगे संकेतक
अभी तक शहर की ज्यादातर सड़कों पर संकेतक का अभाव है। ऐसे में विभाग की तरफ से आवश्यकतानुसार संकेतक की जगहों का चिन्हाकन कर लिया गया है। विभाग ने दावा किया है कि शहर की इन सड़कों पर हर प्रकार के संकेतक को लगाया जायेगा। इसके साथ ही ऐसे करीब विभाग की तरफ से 200 से ज्यादा लोकेशन का चिन्हाकन किया गया है जहां पर संकेतक लगाये जाने की कवायद चल रही है.
इन प्रकार के लगे संकेतक
-आदेशात्मक सड़क चिन्ह
-सचेतक सड़क चिन्ह
-सूचनात्मक सड़क चिन्ह
-सड़क संकेत
-सड़क मार्किंग
सड़कों को व्यवस्थित करते हुए उनका कायाकल्प करने के लिए चिन्हाकन कर लिया गया है। जी-20 सम्मेलन से पहले इन सभी 45 सड़कों पर कार्य करवा लिया जायेगा.
केके सिंह, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग